Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2021 · 1 min read

लघुकथा – समय की पकड़

बिपुल रात को देर से घर आया था| माँ निर्मला गुस्से में बुदबुदा रही थी| बिपुल पढ़ाई में तेज़ था पर आवारा लड़कों के साथ संगति से मन लगाकर पढ़ाई न कर सका| आखिर उसे क्लर्क की नौकरी मिल गई| अब देर रात तक काम करता क्या फायदा| बेटा बोलता, “माँ सब ठीक हो जायेगा| समय को कहीं नहीं भागने नहीं देगे| सब ठीक होगा|” अब उसने होशियारी से अमीर परिवार की इकलोती लड़की से विवाह कर लिया| माँ बिपुल और बहू तानिया के साथ बहुत मुश्किल में दिन काट रही थी| बहू को काम नहीं आता था| नकचढ़ी और पीहर की धमकी हर समय उसकी जुबां पर रहती| एक बेटे की माँ बन गई वो भी काम माँ का ही बढ़ गया| माँ निर्मला बेटे को बोलती, “बहू तानिया का काम कब तक मैं करती रहूंगी| उसे भी काम सीखना चाहिए, तू तो कहता था समय के साथ सब ठीक हो जाएगा|” एक दिन रात को बच्चा बिना कपड़ा रह गया और बुखार से एक हफ्ता बहुत बीमार तडफता रहा| डाक्टर ने तानिया को सही सम्भाल के लिए समझाया| डाक्टर बोला, “जो बच्चे की देखभाल माँ कर सकती है कोई और सगा भी नहीं कर सकता| तानिया में एक दम परिवर्तन आ गया| उसने समय की नवज समझ घर में सूझ-बुझ से सिख कर रहना सिख लिया| माँ परिवर्तन को देख बहुत खुश रहने लगी| बेटा बोलता, “माँ मैने कहा था ना समय के साथ पग सब समय को नियत घड़ी में ले आयेंगे|” मौलिक और अप्रकाशित.
रेखा मोहन 15/7/21

2 Likes · 2 Comments · 352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हे राम तुम्हीं कण कण में हो।
हे राम तुम्हीं कण कण में हो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
माँ की करते हम भक्ति,  माँ कि शक्ति अपार
माँ की करते हम भक्ति, माँ कि शक्ति अपार
Anil chobisa
कुंडलिया छंद *
कुंडलिया छंद *
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गूँगी गुड़िया ...
गूँगी गुड़िया ...
sushil sarna
बातें
बातें
Sanjay ' शून्य'
*अच्छा रहता कम ही खाना (बाल कविता)*
*अच्छा रहता कम ही खाना (बाल कविता)*
Ravi Prakash
चाँद से वार्तालाप
चाँद से वार्तालाप
Dr MusafiR BaithA
💐प्रेम कौतुक-346💐
💐प्रेम कौतुक-346💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
जो दिल के पास रहते हैं
जो दिल के पास रहते हैं
Ranjana Verma
आवो पधारो घर मेरे गणपति
आवो पधारो घर मेरे गणपति
gurudeenverma198
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
Paras Mishra
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
संस्कारों और वीरों की धरा...!!!!
Jyoti Khari
अगर मेरी मोहब्बत का
अगर मेरी मोहब्बत का
श्याम सिंह बिष्ट
पावस
पावस
लक्ष्मी सिंह
क्या आप उन्हीं में से एक हैं
क्या आप उन्हीं में से एक हैं
ruby kumari
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
# महुआ के फूल ......
# महुआ के फूल ......
Chinta netam " मन "
मन
मन
Ajay Mishra
जुदाई का एहसास
जुदाई का एहसास
प्रदीप कुमार गुप्ता
"लट्टू"
Dr. Kishan tandon kranti
मजदूर दिवस पर
मजदूर दिवस पर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
शासक की कमजोरियों का आकलन
शासक की कमजोरियों का आकलन
Mahender Singh Manu
कैसे गाऊँ गीत मैं, खोया मेरा प्यार
कैसे गाऊँ गीत मैं, खोया मेरा प्यार
Dr Archana Gupta
****तन्हाई मार गई****
****तन्हाई मार गई****
Kavita Chouhan
सृष्टि रचेता
सृष्टि रचेता
RAKESH RAKESH
2586.पूर्णिका
2586.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
Kr. Praval Pratap Singh Rana
■ वंदन-अभिनंदन
■ वंदन-अभिनंदन
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...