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28 Jan 2017 · 1 min read

लगे मुझको जुदाई में बरस सावन हुआ होगा

बरस बीते गले मिलकर, नहीं रोया, नहीं बोला
लगे मुझको जुदाई में बरस सावन हुआ होगा

——————-

लोग कुछ हैं पालते नफरत यही बस सोचकर
प्यार क्यूँ बेइंतहा मुझसे करे है ये जहां

——————-

लोधी डॉ. आशा ‘अदिति’ (भोपाल)

Language: Hindi
Tag: शेर
512 Views
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