Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2017 · 1 min read

लंबे चौड़े दिखें, किंतु है खाली बक्सा

(मुक्त छंद)

“नायक” आधी मुड़ाकर, मार रहे हैं धाँक|
ना सज्जन से दिख रहे, ना गुंडा की बाँक||
ना गुंडा की बाँक ,बने आधे मुछमुंडा|
फिरहुँ कह रहे हम हैं राजा भैया कुंडा||
कह ‘नायक’ कविराय देख लो इनका नक्शा|
लंबे चौड़े दिखें, किंतु है खाली बक्सा||

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता चाहिए

09-04-2017

एक कवि द्वारा मूँछो बाले कवि की तारीफ़ एवं बिना मूँछ बालों पर व्यंग करने पर इस मुक्त छंद का निर्माण हुआ|
जिन कविवर ने बिना मूछ बालों पर व्यंग्य पढा था, वह आधी मूँछ रखे हुए थे|

Language: Hindi
327 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
जलाने दो चराग हमे अंधेरे से अब डर लगता है
जलाने दो चराग हमे अंधेरे से अब डर लगता है
Vishal babu (vishu)
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
SUNIL kumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
उजियार
उजियार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
पूर्वार्थ
आकाश दीप - (6 of 25 )
आकाश दीप - (6 of 25 )
Kshma Urmila
एक गिलहरी
एक गिलहरी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
पल
पल
Sangeeta Beniwal
शरद
शरद
Tarkeshwari 'sudhi'
इंसान जीवन क़ो अच्छी तरह जीने के लिए पूरी उम्र मेहनत में गुजा
इंसान जीवन क़ो अच्छी तरह जीने के लिए पूरी उम्र मेहनत में गुजा
अभिनव अदम्य
मन का मिलन है रंगों का मेल
मन का मिलन है रंगों का मेल
Ranjeet kumar patre
💐प्रेम कौतुक-449💐
💐प्रेम कौतुक-449💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
ग़ज़ल/नज़्म - वजूद-ए-हुस्न को जानने की मैंने पूरी-पूरी तैयारी की
अनिल कुमार
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
अश्लील साहित्य
अश्लील साहित्य
Sanjay ' शून्य'
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
गाती हैं सब इंद्रियॉं, आता जब मधुमास(कुंडलिया)
गाती हैं सब इंद्रियॉं, आता जब मधुमास(कुंडलिया)
Ravi Prakash
"मेरे तो प्रभु श्रीराम पधारें"
राकेश चौरसिया
प्रथम किरण नव वर्ष की।
प्रथम किरण नव वर्ष की।
Vedha Singh
2326.पूर्णिका
2326.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अनुसंधान
अनुसंधान
AJAY AMITABH SUMAN
I am Yash Mehra
I am Yash Mehra
Yash mehra
पुनर्जन्म का सत्याधार
पुनर्जन्म का सत्याधार
Shyam Sundar Subramanian
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
gurudeenverma198
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
उम्मीद की आँखों से अगर देख रहे हो,
Shweta Soni
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
" रे, पंछी पिंजड़ा में पछताए "
Chunnu Lal Gupta
Shayari
Shayari
Sahil Ahmad
Loading...