Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2017 · 1 min read

रोका कदम कदम पे ही हालात ने मुझे

रोका कदम कदम पे ही हालात ने मुझे
चलना सिखाया पर मेरी औकात ने मुझे

सीली हुई हैं मेरी तो यादें भी आज तक
इतना रुलाया है तेरी हर बात ने मुझे

करना पड़ा मुआफ़ भी बस इसलिये तुझे
पिघला दिया जो मेरे ही जज्बात ने मुझे

बारिश पुरानी याद वो फिर से दिला गई
जब सँग तेरे भिगोया था बरसात ने मुझे

मेरे नसीब में नहीं थी धूप चाँदनी
जानूँ न कैसे पाला है दिन रात ने मुझे

क्या होगा जब वो सामने आएंगे ‘अर्चना ‘
बेचैन कर दिया इसी ख्यालात ने मुझे

डॉ अर्चना गुप्ता
08-11-2017

213 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
Vicky Purohit
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
कवि रमेशराज
तेरे हम है
तेरे हम है
Dinesh Kumar Gangwar
💐प्रेम कौतुक-383💐
💐प्रेम कौतुक-383💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*कोपल निकलने से पहले*
*कोपल निकलने से पहले*
Poonam Matia
2440.पूर्णिका
2440.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सेहत या स्वाद
सेहत या स्वाद
विजय कुमार अग्रवाल
यह  सिक्वेल बनाने का ,
यह सिक्वेल बनाने का ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मेरी खुशी वह लौटा दो मुझको
मेरी खुशी वह लौटा दो मुझको
gurudeenverma198
विषय:गुलाब
विषय:गुलाब
Harminder Kaur
इंसान बनने के लिए
इंसान बनने के लिए
Mamta Singh Devaa
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
*** आप भी मुस्कुराइए ***
*** आप भी मुस्कुराइए ***
Chunnu Lal Gupta
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Ye sham uski yad me gujarti nahi,
Ye sham uski yad me gujarti nahi,
Sakshi Tripathi
*जाता दिखता इंडिया, आता भारतवर्ष (कुंडलिया)*
*जाता दिखता इंडिया, आता भारतवर्ष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
यादें
यादें
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
Keshav kishor Kumar
दानवता की पोषक
दानवता की पोषक
*Author प्रणय प्रभात*
शहीद -ए -आजम भगत सिंह
शहीद -ए -आजम भगत सिंह
Rj Anand Prajapati
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
everyone says- let it be the defect of your luck, be forget
Ankita Patel
बाबू
बाबू
Ajay Mishra
लैला अब नही थामती किसी वेरोजगार का हाथ
लैला अब नही थामती किसी वेरोजगार का हाथ
yuvraj gautam
नीची निगाह से न यूँ नये फ़ित्ने जगाइए ।
नीची निगाह से न यूँ नये फ़ित्ने जगाइए ।
Neelam Sharma
दो दोस्तों की कहानि
दो दोस्तों की कहानि
Sidhartha Mishra
बेटी को जन्मदिन की बधाई
बेटी को जन्मदिन की बधाई
लक्ष्मी सिंह
"बन्दगी" हिंदी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
वस हम पर
वस हम पर
Dr fauzia Naseem shad
मोलभाव
मोलभाव
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...