Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2017 · 1 min read

रूहानियत –

रूहानियत –

खोयी हवाओं में ख़्वाब ढूँढता हूँ
अपने लिए दुआ, तेरी इनायत ढूँढता हूँ
सूफ़ी हूँ औरों में सूफ़ियत ढूँढता हूँ
उसकी रहमत है अब मैं इबादत ढूँढता हूँ

छूने से ही आँखों की चमक ढूँढता हूँ
नाम लेते ही उसका असर ढूँढता हूँ
सोंचने से ही उनके अज़मत ढूँढता हूँ
मैं पागल हूँ जो ख़ुद में अब रब ढूँढता हूँ

मैं मुफ़लिस हूँ शुआ-ए-सहर ढूँढता हूँ
मैं पैकर में जीवन का रंग ढूँढता हूँ
बंद आँखों के अंधेरे में उजाला ढूँढता हूँ
और बाहर उजाले में तेरा दर ढूँढता हूँ

मैं कोशिश हूँ ,यतीश हूँ -हारूँगा नहीं
राही हूँ ,पथिक हूँ – मैं रूंकूँगा नहीं
निदा तुझसे ही सिखा है जीने का सबक़
अब बच्चों की हँसी में अपना हल ढूँढता हूँ

हाँ मुझको पता है हूँ किसके सहारे
है कौन सबका दाता और कौन पालनहारे
है किनकी इनायत , और किससे बहारें
नादान हूँ रब मैं जो तेरा असर ढूँढता हूँ

अज़मत=इज़्ज़त गौरव
शुआ-ए-सहर- सुबह की किरण
यतिश १२/९/२०१६

557 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
Ravi Yadav
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
Rj Anand Prajapati
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
Madhuri Markandy
*सुबह टहलना (बाल कविता)*
*सुबह टहलना (बाल कविता)*
Ravi Prakash
कर्म का फल
कर्म का फल
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
Atul "Krishn"
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सागर सुखा है अपनी मर्जी से..
सागर सुखा है अपनी मर्जी से..
कवि दीपक बवेजा
खुदा रखे हमें चश्मे-बद से सदा दूर...
खुदा रखे हमें चश्मे-बद से सदा दूर...
shabina. Naaz
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
Rajesh Kumar Arjun
राम काव्य मन्दिर बना,
राम काव्य मन्दिर बना,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
gurudeenverma198
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
छोड़ दिया किनारा
छोड़ दिया किनारा
Kshma Urmila
तुकबन्दी,
तुकबन्दी,
Satish Srijan
"अक्ल बेचारा"
Dr. Kishan tandon kranti
वह ठहर जाएगा ❤️
वह ठहर जाएगा ❤️
Rohit yadav
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
बिखरने की सौ बातें होंगी,
बिखरने की सौ बातें होंगी,
Vishal babu (vishu)
मौसम आया फाग का,
मौसम आया फाग का,
sushil sarna
श्रीजन के वास्ते आई है धरती पर वो नारी है।
श्रीजन के वास्ते आई है धरती पर वो नारी है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जाने कहा गये वो लोग
जाने कहा गये वो लोग
Abasaheb Sarjerao Mhaske
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
Trishika S Dhara
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
manjula chauhan
स्वयं से करे प्यार
स्वयं से करे प्यार
Dr fauzia Naseem shad
अधूरा सफ़र
अधूरा सफ़र
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
💐अज्ञात के प्रति-154💐(प्रेम कौतुक-154)
💐अज्ञात के प्रति-154💐(प्रेम कौतुक-154)
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अकेलापन
अकेलापन
लक्ष्मी सिंह
नदी
नदी
नूरफातिमा खातून नूरी
करी लाडू
करी लाडू
Ranjeet kumar patre
Loading...