Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2017 · 1 min read

रूप गज़ब है

ख्वाब लिये मै आंखों मे
पहुंचा हूं उन गलियों मे
जहां नाम तेरे की चर्चा है
गलियारों और मयखानों मे ।

रूप गज़ब है यौवन मे
निकले जब तू राहों मे
कत्ल हुए हैं आशिक तेरे
दो चार नही हजारों मे ।

निगाह मिले तो पल भर मे
बस जाये तू तन मन मे
जन्नत तेरे नाम मै कर दूं
गर धड़कन बन तू धड़के दिल मे ।

जान लिये मै हाथों मे
प्यार लिये मै दामन मे
चुरा ले जाउंगा तुझको
मै चन्दा और सितारों मे ।।

राज विग

Language: Hindi
330 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
गीत शब्द
गीत शब्द
Suryakant Dwivedi
बाल कविता: भालू की सगाई
बाल कविता: भालू की सगाई
Rajesh Kumar Arjun
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
Shivkumar Bilagrami
पूस की रात
पूस की रात
Atul "Krishn"
"मां बनी मम्मी"
पंकज कुमार कर्ण
पूर्ण विराग
पूर्ण विराग
लक्ष्मी सिंह
अवसान
अवसान
Shyam Sundar Subramanian
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
AVINASH (Avi...) MEHRA
प्रयास जारी रखें
प्रयास जारी रखें
Mahender Singh
*उड़ीं तब भी पतंगें जब, हवा का रुख नहीं मिलता (मुक्तक)*
*उड़ीं तब भी पतंगें जब, हवा का रुख नहीं मिलता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
हे परम पिता !
हे परम पिता !
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
Ram Krishan Rastogi
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
*धनतेरस का त्यौहार*
*धनतेरस का त्यौहार*
Harminder Kaur
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
ज्योति
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
कवि दीपक बवेजा
कविता
कविता
Rambali Mishra
भूखे हैं कुछ लोग !
भूखे हैं कुछ लोग !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
खत उसनें खोला भी नहीं
खत उसनें खोला भी नहीं
Sonu sugandh
श्रम साधक को विश्राम नहीं
श्रम साधक को विश्राम नहीं
संजय कुमार संजू
विश्वास
विश्वास
Paras Nath Jha
करवा चौथ@)
करवा चौथ@)
Vindhya Prakash Mishra
नव वर्ष का आगाज़
नव वर्ष का आगाज़
Vandna Thakur
तंज़ीम
तंज़ीम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पापा की बिटिया
पापा की बिटिया
Arti Bhadauria
वर्षा का भेदभाव
वर्षा का भेदभाव
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
Dr Archana Gupta
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
शेखर सिंह
Loading...