रिश्तों में फर्क
”आज खाना ठीक से बना लेना, पापा जी आ रहे है”ं फोन पर रोहित ने अपनी पत्नी सीमा को समझाते हुए कहा। ”क्यों, रोजाना क्या खराब खाना बनता है। चलो ठीक है, बन जाएगा।” सीमा ने रूखेपन से जवाब दिया। रोहित समय से घर पहुंच चुका था। पूछने पर मालूम हुआ कि आज ’इकलौती‘ दाल बनी है। ”दादा कब आएंगे?” बच्चे ने अपने पापा से सवाल किया। ”बेटा! दादा नहीं, आज नाना आ रहे हैं।” इतना सुनते ही घर में खाने की एक बार फिर से तैयारियां शुरू हो चुकी थी।