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24 Jul 2017 · 1 min read

रिश्ते

जब जब मैंने,
रिश्तों की,
किताबे खोली।

है भरमार,
रिश्ते नाते,
संगे-सम्बन्धी,
है दोस्तों यारो की,
दूर दूर तक टोली।

जिन्हें नही जानते,
वो भी है पहचानते,
जहाँ है तिजोरी,
धन-दौलत की।

खोखले है ये,
सारे रिश्ते,
जब नाश होगा,
धन-दौलत का,
टूट जायेंगे,
रिश्ते-नाते

किंग मस्ताना

Language: Hindi
501 Views
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