Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Aug 2020 · 2 min read

रिश्ता ये प्यार का

प्रीत प्रेम की डोर से बँधा है रिश्ता ये प्यार का
सच्चे दिल से जो तुमने लिखा प्रेम एहसास का

फासला था मग़र दिलों में हमारे प्रेम बेशुमार था
चाँदनी रात की शीतलता में दिल भी बेकरार था
मैं दूर भी तुमसे थी,पर हरपल तुम पास मेरे थे
मेरे हर शब्द, हर सोच में बस तुम ही साथ मेरे थे

दूर होकर भी सपनो में मजा था मुलाकात का
प्रीत प्रेम की डोर से बँधा है रिश्ता ये प्यार का

हर क्षण हर लम्हा बस तेरी यादों ने घेरा मन को
तेरी छवि ने कातर किया इस मन के उपवन को
दिल की बगियाँ महकी-महकी जैसे फूल गुलाब का
मेरी जवानी पर भी रंग चढ़ा हो रंग तेरे शबाब का

याद आता है हर लम्हा बिताये तेरे साथ का
प्रीत प्रेम की डोर से बँधा है रिश्ता ये प्यार का

सहसा मन ये जगा प्रातः उजाले की अंधयारी थी
मन ये बैरागी सा ताल लिए तेरी छवि भी प्यारी थी
एक चेहरा था उस चेहरे के पीछे जिसे ना मैंने जाना
रुत ये कैसी आयी पहचान के भी ना तुम्हें पहचाना

अब क्या करूँ मेरे दिल में मचलते जज्बात का
प्रीत प्रेम की डोर से बँधा है रिश्ता ये प्यार का

निर्मम था वो चाँद मेरा जिसने भरी उजियारी थी
फैसले ने फासलों से दूर किया शब्द भी अंगारे थे
नयनों से भी अश्रु बहते जैसे जग पूरी बेगानी थी
प्रेम की राहों से भी जानेमन मैं बड़ी अनजानी थी

याद आता हैं हर मंजर तेरी प्यारी बात का
प्रीत प्रेम की डोर से बँधा है रिश्ता ये प्यार का

ममता रानी
राधानगर, बाँका, बिहार

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Likes · 1 Comment · 439 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Rani
View all
You may also like:
सदैव खुश रहने की आदत
सदैव खुश रहने की आदत
Paras Nath Jha
सफलता
सफलता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सज़ल
सज़ल
Mahendra Narayan
विकलांगता : नहीं एक अभिशाप
विकलांगता : नहीं एक अभिशाप
Dr. Upasana Pandey
किराये की कोख
किराये की कोख
Dr. Kishan tandon kranti
पृथ्वी की दरारें
पृथ्वी की दरारें
Santosh Shrivastava
पापा आपकी बहुत याद आती है
पापा आपकी बहुत याद आती है
Kuldeep mishra (KD)
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
Bodhisatva kastooriya
"राज़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
****मतदान करो****
****मतदान करो****
Kavita Chouhan
रामजी कर देना उपकार
रामजी कर देना उपकार
Seema gupta,Alwar
*शीत वसंत*
*शीत वसंत*
Nishant prakhar
अपनी अपनी सोच
अपनी अपनी सोच
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
रंगों का नाम जीवन की राह,
रंगों का नाम जीवन की राह,
Neeraj Agarwal
🙅चुनावी साल🙅
🙅चुनावी साल🙅
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है
जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है
Er. Sanjay Shrivastava
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
सौ रोग भले देह के, हों लाख कष्टपूर्ण
सौ रोग भले देह के, हों लाख कष्टपूर्ण
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कविता -नैराश्य और मैं
कविता -नैराश्य और मैं
Dr Tabassum Jahan
जब काँटों में फूल उगा देखा
जब काँटों में फूल उगा देखा
VINOD CHAUHAN
💐प्रेम कौतुक-473💐
💐प्रेम कौतुक-473💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मीना
मीना
Shweta Soni
लघुकथा क्या है
लघुकथा क्या है
आचार्य ओम नीरव
*भर ले खुद में ज्योति तू ,बन जा आत्म-प्रकाश (कुंडलिया)*
*भर ले खुद में ज्योति तू ,बन जा आत्म-प्रकाश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मेरी बेटी है, मेरा वारिस।
मेरी बेटी है, मेरा वारिस।
लक्ष्मी सिंह
ये आरजू फिर से दिल में जागी है
ये आरजू फिर से दिल में जागी है
shabina. Naaz
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
Buddha Prakash
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
Neelam Sharma
Loading...