Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2020 · 1 min read

रात्रि को दीपक जगाना है

रात्रि को दीपक जलाना है
********************

रात्रि को दीपक जलाना हैं
कोरोना जड़ से मिटाना है

दीया ,मोमबत्ती या टॉर्च से
तम में उजियारा जगाना हैं

कोरोना वैश्विक महामारी है
ईश्वरीय शक्ति से भगाना है

संकट घड़ी जग में आई है
एकता से संकट मिटाना है

घर से घर में प्रकाश करना
अन्धे को रास्ता दिखाना है

कोरोना ने तमस फैलाया है
प्रकाश से ये तम मिटाना है

उजाले में दृढ़ संकल्पित हो
अनेकता का पाठ पढ़ाना है

लॉकडाऊन नहीं बाधित हो
घर से ही देश को जगाना है

सुखविंद्र कोई रह जाए ना
सर्वजन में संदेश पहुंचाना है

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
397 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जुबाँ चुप हो
जुबाँ चुप हो
Satish Srijan
कड़वी बात~
कड़वी बात~
दिनेश एल० "जैहिंद"
🌹*लंगर प्रसाद*🌹
🌹*लंगर प्रसाद*🌹
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
★ शुभ-वंदन ★
★ शुभ-वंदन ★
*Author प्रणय प्रभात*
23/139.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/139.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
Kishore Nigam
नारी के हर रूप को
नारी के हर रूप को
Dr fauzia Naseem shad
मेरा तुझसे मिलना, मिलकर इतना यूं करीब आ जाना।
मेरा तुझसे मिलना, मिलकर इतना यूं करीब आ जाना।
AVINASH (Avi...) MEHRA
समझ
समझ
Shyam Sundar Subramanian
जीतना अच्छा है,पर अपनों से हारने में ही मज़ा है।
जीतना अच्छा है,पर अपनों से हारने में ही मज़ा है।
अनिल कुमार निश्छल
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
लिखें और लोगों से जुड़ना सीखें
लिखें और लोगों से जुड़ना सीखें
DrLakshman Jha Parimal
एक तो गोरे-गोरे हाथ,
एक तो गोरे-गोरे हाथ,
SURYA PRAKASH SHARMA
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
gurudeenverma198
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
पूर्वार्थ
सूरज नहीं थकता है
सूरज नहीं थकता है
Ghanshyam Poddar
वेलेंटाइन डे समन्दर के बीच और प्यार करने की खोज के स्थान को
वेलेंटाइन डे समन्दर के बीच और प्यार करने की खोज के स्थान को
Rj Anand Prajapati
अमृत मयी गंगा जलधारा
अमृत मयी गंगा जलधारा
Ritu Asooja
आओ कृष्णा !
आओ कृष्णा !
Om Prakash Nautiyal
सीधे साधे बोदा से हम नैन लड़ाने वाले लड़के
सीधे साधे बोदा से हम नैन लड़ाने वाले लड़के
कृष्णकांत गुर्जर
नारी तेरे रूप अनेक
नारी तेरे रूप अनेक
विजय कुमार अग्रवाल
* मन बसेगा नहीं *
* मन बसेगा नहीं *
surenderpal vaidya
मार्तंड वर्मा का इतिहास
मार्तंड वर्मा का इतिहास
Ajay Shekhavat
‘बेटी की विदाई’
‘बेटी की विदाई’
पंकज कुमार कर्ण
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
‼️परिवार संस्था पर ध्यान ज़रूरी हैं‼️
‼️परिवार संस्था पर ध्यान ज़रूरी हैं‼️
Aryan Raj
इंतजार
इंतजार
Pratibha Pandey
पैसा होय न जेब में,
पैसा होय न जेब में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आशा की किरण
आशा की किरण
Nanki Patre
Loading...