Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Apr 2021 · 1 min read

*”रविवार”*

“रविवार”
सोमवार से शनिवार तक काम मे ही बीत जाता।
रविवार छुट्टी के दिन का इंतजार सभी को रहता।
दैनिक दिनचर्या के बाद कुछ नया सृजनात्मक कार्य में व्यस्त रहता।
सोमवार से शनिवार तक जीवन कर्म प्रधान ही रहता।
छ्ह दिनों की जो काम अधूरा वो पूरा करना ही पड़ते।
साफ सफाई अभियान बाजार जा फरमाइशें पूरी करते।
रविवार को उठते ही खाने की नई फ़रमाइश होती स्वादिष्ट व्यंजन बनाते।
भरी दोपहरी में आराम कर शाम ठंडी हवाओं में प्रकृति को निहारते।
पूरे सप्ताहों में रविवार को फुर्सत के पलों में एक दूसरे के संग बैठ बिताते।
यूँ ही दिन गुजर जाते कुछ पल खुशी मनाते फिर सोमवार की तैयारी में जुट जाते।
कहने को तो रविवार छुट्टी लेकिन उस दिन भी कामों की भरमार से परेशान हो जाते।
सैर सपाटे घूमने बाजारों से सामान ले वापस लौट परिवार संग मिलकर गपशप लगाते।
सोमवार से शनिवार तक रविवार की छुट्टी की राह निहारते।
जय श्री कृष्णा राधे राधे ?
शशिकला व्यास✍️

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 755 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
विजय कुमार अग्रवाल
2796. *पूर्णिका*
2796. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"कुपढ़ बस्ती के लोगों ने,
*Author प्रणय प्रभात*
और तुम कहते हो मुझसे
और तुम कहते हो मुझसे
gurudeenverma198
खोखला अहं
खोखला अहं
Madhavi Srivastava
केवल
केवल
Shweta Soni
तुम्हारे प्रश्नों के कई
तुम्हारे प्रश्नों के कई
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हम शरीर हैं, ब्रह्म अंदर है और माया बाहर। मन शरीर को संचालित
हम शरीर हैं, ब्रह्म अंदर है और माया बाहर। मन शरीर को संचालित
Sanjay ' शून्य'
डॉक्टर कर्ण सिंह से एक मुलाकात
डॉक्टर कर्ण सिंह से एक मुलाकात
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-300💐
💐प्रेम कौतुक-300💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मां कृपा दृष्टि कर दे
मां कृपा दृष्टि कर दे
Seema gupta,Alwar
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
Rj Anand Prajapati
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
Ray's Gupta
हर किसी का एक मुकाम होता है,
हर किसी का एक मुकाम होता है,
Buddha Prakash
"उजाड़"
Dr. Kishan tandon kranti
अनादि
अनादि
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
फितरत
फितरत
Bodhisatva kastooriya
नमी आंखे....
नमी आंखे....
Naushaba Suriya
राशिफल
राशिफल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
कृष्णकांत गुर्जर
खुल जाये यदि भेद तो,
खुल जाये यदि भेद तो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
शब्दों में समाहित है
शब्दों में समाहित है
Dr fauzia Naseem shad
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Shekhar Chandra Mitra
जीत मनु-विधान की / मुसाफ़िर बैठा
जीत मनु-विधान की / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
जनेऊधारी,
जनेऊधारी,
Satish Srijan
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"कुण्डलिया"
surenderpal vaidya
Loading...