Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2021 · 1 min read

रेशमी केश

जब जब मन्द बयारें चलती
रेशमी केश अपने लहराया करती हो
जब जब मेघ गगन में घिरते
इन्द्रधनुषी छटा दिखलाती हो

रूपसि तुम कोन हो ?
मायाजाल में मुझको उलझाती हो
अम्बर से ही अवनि तक लेकर
आँचल लहरा मन्द मुस्काराती हो

जब जब देखा है तुमको
गांव की पगडण्डी थिरक लुभाती हो
आमों की बौर पर लावण्य बिखेर
स्वर्गिक बाला सी तुम इठलाती हो

Language: Hindi
Tag: गीत
75 Likes · 2 Comments · 343 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
★फसल किसान की जान हिंदुस्तान की★
★फसल किसान की जान हिंदुस्तान की★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
"रातरानी"
Ekta chitrangini
इक तुम्हारा ही तसव्वुर था।
इक तुम्हारा ही तसव्वुर था।
Taj Mohammad
ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
ख़्वाब ख़्वाब ही रह गया,
अजहर अली (An Explorer of Life)
Navratri
Navratri
Sidhartha Mishra
मैं क्यों याद करूँ उनको
मैं क्यों याद करूँ उनको
gurudeenverma198
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
Neeraj Agarwal
जिन्दगी है की अब सम्हाली ही नहीं जाती है ।
जिन्दगी है की अब सम्हाली ही नहीं जाती है ।
Buddha Prakash
*हम विफल लोग है*
*हम विफल लोग है*
पूर्वार्थ
"New year की बधाई "
Yogendra Chaturwedi
बांध रखा हूं खुद को,
बांध रखा हूं खुद को,
Shubham Pandey (S P)
सुनो प्रियमणि!....
सुनो प्रियमणि!....
Santosh Soni
जीवन भर चलते रहे,
जीवन भर चलते रहे,
sushil sarna
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
कवि दीपक बवेजा
माँ तेरे चरणों
माँ तेरे चरणों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हम आगे ही देखते हैं
हम आगे ही देखते हैं
Santosh Shrivastava
संवरना हमें भी आता है मगर,
संवरना हमें भी आता है मगर,
ओसमणी साहू 'ओश'
"किताब और कलम"
Dr. Kishan tandon kranti
“गुरुर मत करो”
“गुरुर मत करो”
Virendra kumar
विचारों की आंधी
विचारों की आंधी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
युक्रेन और रूस ; संगीत
युक्रेन और रूस ; संगीत
कवि अनिल कुमार पँचोली
नहीं टूटे कभी जो मुश्किलों से
नहीं टूटे कभी जो मुश्किलों से
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के विरोधरस के गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के विरोधरस के गीत
कवि रमेशराज
कोरोना :शून्य की ध्वनि
कोरोना :शून्य की ध्वनि
Mahendra singh kiroula
*राजा जन-सामान्य (कुंडलिया)*
*राजा जन-सामान्य (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रूठते-मनाते,
रूठते-मनाते,
Amber Srivastava
वह नारी है
वह नारी है
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...