**रखना है रखना है, ध्यान सभी को रखना है**
राष्ट्र हमारा अपना है, हम सब का एक ही सपना है।
नाम हो जग में सबसे ऊंचा, हम सब को ही खपना है।
रखना है रखना है ,ध्यान सभी को रखना है।।
भागीदारी जिस सेवा में, अपना सर्वस्व लुटाना है।
समय का काम समय पर निपटें, कभी नहीं कतराना है।
भाव हृदय में भरना है, खरा हमें तो उतरना है।
रखना है रखना है ,ध्यान सभी को रखना है।।
दोषारोपण करना छोड़ें, कर्मो को मिलकर जोड़ें।
सेतु एक बनाएं ऐसा ,जिस पर संग संग सब दौड़े।
भूल नहीं हमें जाना है ,राह यही अपनाना है।
एक दूजे के प्रति सदा ही, उदारता बरतना है।
रखना है रखना है, ध्यान सभी को रखना है।।
राष्ट्र गर्व है राष्ट्र पर्व है, मिलकर सब उत्थान करें।
समय की कीमत हम समझे, राष्ट्र के लिए समय दान करें।
सेवा समर्पण करके अर्पण ,अनुनय राष्ट्र निर्माण पर चलना है।
रखना है रखना है ,ध्यान सभी को रखना है।।
राजेश व्यास अनुनय