Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2017 · 1 min read

रक्षाबंधन की शुभकामना

रक्षाबंधन के अवसर पर,
कोटि कोटि शुभकामना ।
विजयी हो मेरा भाई,
हर बहिन करती कामना ।।
न पूजा किसी देवी देव की,
न आरती न किसी की प्रार्थना।
नारी शक्ति मंगल करने,
रखती है शुभ सदभावना ।।
देवासुर संग्राम में हारे,
हत्तोत्साहित हो गये देव सब।
देवी इन्द्राणी ने रक्षासूत्र,
बॉध इन्द्र को कहा जीतोगें अब।।
जीत हुई थी फिर देवों की,
पर जीता देवी का ही संकल्प था।
देवी शक्ति नारी स्वरूप की,
पूजा ही रक्षाबंधन पर्व था ।।
तब से चला पर्व अति पावन,
हम सबने सुना और जाना।
यह पर्व है नारी पूजन हित,
पर धर्म बड़ा इसे निभापाना।।
बहिन बॉधती है राखी,
आशीषों की वर्षा करती है।
भाई पूजता कर वंदन,
जी जान से सहायता करता है।।
राजेश कौरव “सुमित्र”
बारहाबड़ा, नरसिंहपुर

Language: Hindi
1 Like · 514 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पांव में मेंहदी लगी है
पांव में मेंहदी लगी है
Surinder blackpen
।2508.पूर्णिका
।2508.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जल सिंधु नहीं तुम शब्द सिंधु हो।
जल सिंधु नहीं तुम शब्द सिंधु हो।
कार्तिक नितिन शर्मा
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
Sanjay ' शून्य'
सफलता
सफलता
Ankita Patel
नीला अम्बर नील सरोवर
नीला अम्बर नील सरोवर
डॉ. शिव लहरी
हर लम्हे में
हर लम्हे में
Sangeeta Beniwal
किरदार हो या
किरदार हो या
Mahender Singh
" तुम्हारे संग रहना है "
DrLakshman Jha Parimal
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
Buddha Prakash
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
तितली के तेरे पंख
तितली के तेरे पंख
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें
सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चंद एहसासात
चंद एहसासात
Shyam Sundar Subramanian
लटकते ताले
लटकते ताले
Kanchan Khanna
अलविदा
अलविदा
ruby kumari
समर्पण.....
समर्पण.....
sushil sarna
कभी आंख मारना कभी फ्लाइंग किस ,
कभी आंख मारना कभी फ्लाइंग किस ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
हमको नहीं गम कुछ भी
हमको नहीं गम कुछ भी
gurudeenverma198
प्रकृति की ओर
प्रकृति की ओर
जगदीश लववंशी
*क्रुद्ध हुए अध्यात्म-भूमि के, पर्वत प्रश्न उठाते (हिंदी गजल
*क्रुद्ध हुए अध्यात्म-भूमि के, पर्वत प्रश्न उठाते (हिंदी गजल
Ravi Prakash
है कौन वो राजकुमार!
है कौन वो राजकुमार!
Shilpi Singh
कॉलेज वाला प्यार
कॉलेज वाला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
👍संदेश👍
👍संदेश👍
*Author प्रणय प्रभात*
तलाशती रहती हैं
तलाशती रहती हैं
हिमांशु Kulshrestha
आजकल कल मेरा दिल मेरे बस में नही
आजकल कल मेरा दिल मेरे बस में नही
कृष्णकांत गुर्जर
प्रेम
प्रेम
Prakash Chandra
दुआ नहीं होना
दुआ नहीं होना
Dr fauzia Naseem shad
Loading...