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31 Mar 2021 · 1 min read

रंग के ढंग

रंगों का है त्यौहार
एक रंग और घुल गया
बिछड़े हुए थे आज जो
वे भी अब मिल गये
एक रंग हम पर चढ़ा
खून में वह मिल गया
रंगों की ये टोलियां
सबके दिल की बोलियां
सतरंगी सब हो गए
एक रंगों को छोड़ दिया
भेद नहीं है अब इनमें
रंगों ने अब ओढ़ लिया
सुख-दुख के सागर में
रंगों ने रुख मोड़ दिया
अजब गजब का है व्यवहार
खूब मनाओ रंग त्यौहार
रंग में रंग दो उनको भी आज
दूर रहे या दिल के पास ।

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 247 Views
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