ये मकरसंक्रांति “मनु” की
?बधाई की मिठास?
चलो हम आपके लिए कुछ मीठा खिलाते है।
गुड़ में तिल मिलाके मीठे लड्डू बनाते है।।
ये तीज त्यौहार हमारे अपनों को करीब लाते।।
दिलो के रंजो गम एक पल में मिटाते है।।
तुम आयो अपने मुकाम से बहार ये जहाँ बताते है।।
खुले आसमा में पतंग दोस्ती की उड़ाते है।।
बहुत देखा अपने जहाँ को कुछ हमारा जहाँ दिखाते है।।
ये मकरसंक्रांति “मनु” की फीकी आपके साथ मिलके खास बनाते है।।
आप सभी के पास न सही “मनु” पर शब्द संवाद से बधाई पहुचाते है।।
सभी शुभचिंतको,सभी अग्रजो,सभी करीबी जनों, मेरे आदरणीयों,जाने अनजाने और सारे ज़माने वालों को, मानने वालो को मिठास के उल्लास के पर्व मकरसंक्रांति की तहे दिल से शुभकामनाये।।???
मानक लाल मनु