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23 Apr 2020 · 1 min read

ये बता पाना मुमकिन नहीं होगा

मुझे कितनी मुहब्बत है तुमसे
ये बता पाना मुमकिन नहीं होगा
क्यों है
कैसे है
कब से है
ये सब भी बता पाना
मुमकिन नहीं होगा।

हाँ,मगर ये बता सकता हूँ कि इश्क़ है
बेहद है
और तुमसे है;
हाँ, सिर्फ़ तुमसे ही है
और इतनी शदीद है कि
जब तुम अपना हाथ रखती हो मेरे सीने पर
मुझे वो मेरा ही हाथ लगता है।
इस क़दर है कि
मैं जब आईना देखता हूँ
तुम्हारा ही चेहरा दिखता है।

मुझे तुमसे कितनी मुहब्बत है
ये बता पाना मुमकिन नहीं होगा

जॉनी अहमद “क़ैस”

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 176 Views
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