Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2017 · 1 min read

*यू ही नही किया करते*

यू ही नही किया करते

यू ही बस बेबजह इल्जाम नही लगाया करते,,,
बफादार को बेबफा कहकर नही बुलाया करते,,,

हक्कीकत से जब रूबरू ही नही हो तुम सनम,,,
दूर से ही किसी को मुल्जिम नही बनाया करते,,,

वैसे भी तो ये जिंदगी दरिया का बहता पानी है,,
फिर भी हम यू ही नही बेकार इसको बहाया करते,

कोई आजमाले जो भी जमाने के जोर से,,,
हाथ थामने के बाद हम छोड़कर नही जाया करते,,

जीने की आरजू में इश्क किया था हमने तुमसे,,
मनु वजह बाजिब होगी यू ही हम बेबफा नही हुया करते,,

मानक लाल मनु,,

Language: Hindi
552 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन साथी
जीवन साथी
Aman Sinha
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏
नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
*नव वर्ष पर सुबह पाँच बजे बधाई * *(हास्य कुंडलिया)*
*नव वर्ष पर सुबह पाँच बजे बधाई * *(हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
माना के गुनाहगार बहुत हू
माना के गुनाहगार बहुत हू
shabina. Naaz
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
****शिरोमणि****
****शिरोमणि****
प्रेमदास वसु सुरेखा
मैं कहना भी चाहूं उनसे तो कह नहीं सकता
मैं कहना भी चाहूं उनसे तो कह नहीं सकता
Mr.Aksharjeet
श्याम अपना मान तुझे,
श्याम अपना मान तुझे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
आज, पापा की याद आई
आज, पापा की याद आई
Rajni kapoor
दिन की शुरुआत
दिन की शुरुआत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
Phool gufran
এটা আনন্দ
এটা আনন্দ
Otteri Selvakumar
जिंदगी की राह आसान नहीं थी....
जिंदगी की राह आसान नहीं थी....
Ashish shukla
हे री सखी मत डाल अब इतना रंग गुलाल
हे री सखी मत डाल अब इतना रंग गुलाल
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मैं शब्दों का जुगाड़ हूं
मैं शब्दों का जुगाड़ हूं
भरत कुमार सोलंकी
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
International Hindi Day
International Hindi Day
Tushar Jagawat
मंजिल तक का संघर्ष
मंजिल तक का संघर्ष
Praveen Sain
थोड़ा प्रयास कर समस्या का समाधान स्वयं ढ़ुंढ़ लेने से समस्या
थोड़ा प्रयास कर समस्या का समाधान स्वयं ढ़ुंढ़ लेने से समस्या
Paras Nath Jha
गुब्बारे की तरह नहीं, फूल की तरह फूलना।
गुब्बारे की तरह नहीं, फूल की तरह फूलना।
निशांत 'शीलराज'
★क़त्ल ★
★क़त्ल ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
Atul "Krishn"
स्वास्थ्य बिन्दु - ऊर्जा के हेतु
स्वास्थ्य बिन्दु - ऊर्जा के हेतु
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ये दूरियां मजबूरी नही,
ये दूरियां मजबूरी नही,
goutam shaw
2313.
2313.
Dr.Khedu Bharti
कहीं पे पहुँचने के लिए,
कहीं पे पहुँचने के लिए,
शेखर सिंह
सत्य न्याय प्रेम प्रतीक जो
सत्य न्याय प्रेम प्रतीक जो
Dr.Pratibha Prakash
Loading...