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1 Sep 2020 · 1 min read

— यूं न बहलाया करो —

दिखा के मुझ को सब्ज्बाग़
तुम यूं बहलाया न करो
नहीं है मोहोब्बत तो
एक बार साफ़ कह जाया करो

क्यूँ कस्ते हो कसीदे
अपनी तुम वफाई के
समझ में आ जाते हैं
वो सब हैं बेवफाई के

कह देने से और कर देने में
फर्क ही फर्क होता है
जब चलना नहीं था साथ
तो यूं बस बहलाया न करो

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
1 Comment · 214 Views
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