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11 Dec 2016 · 1 min read

यूँ घेर लेते हैं झोंके उलझनों के मुझको

यूँ घेर लेते हैं झोंके उलझनों के मुझको
तमाम ज़रूरी बातें काम की रह जाती हैं

अंदाज़े बयां ऐसा है सनम तेरी खामोशी का
जो तू नहीं कहता आँखें तेरी कह जाती हैं

—सुरेश सांगवान ‘सरु’

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 272 Views
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