Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Dec 2016 · 1 min read

यूँ कि हम बोलते बहुत हैं पर कहना नहीं आता

यूँ कि हम बोलते बहुत हैं पर कहना नहीं आता
जीये रहगुज़र में दिल में तो रहना नहीं आता

आने से चला है किसी के न जाने से रुका है
जिंदगी के कारवाँ को कभी ठहरना नहीं आता

वो जीया ना जीया दुनियाँ में बराबर ही रहा
जिसको क़ौस-ओ-कज़ा बनकर बिखरना नहीं आता

साथ देते हैं लोग ज़माने की हवा को देखकर
अँधेरों में साये को भी संग रहना नहीं आता

अपने बनाए दायरे में खुश रहता है वो क्यूँकि
हालात के मुताबिक़ बंदे को ढलना नहीं आता

नहीं दरकार वाह-वाही की बस लिखना है मुझे
दिल को किसी एतराज़ से सिहरना नहीं आता

खुद लिखनी है अपनी उगाई फस्ल-ए-गुल की महक
बोलो कौन कहता है ‘सरु’ को लिखना नहीं आता

क़ौस-ओ-कज़ा —-इंद्रधनुष

1 Comment · 280 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माँ का महत्व
माँ का महत्व
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इंद्रधनुष सा यह जीवन अपना,
इंद्रधनुष सा यह जीवन अपना,
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
कर ही बैठे हैं हम खता देखो
Dr Archana Gupta
जाने वाले साल को सलाम ,
जाने वाले साल को सलाम ,
Dr. Man Mohan Krishna
मत छेड़ हमें देशभक्ति में हम डूबे है।
मत छेड़ हमें देशभक्ति में हम डूबे है।
Rj Anand Prajapati
You cannot feel me because
You cannot feel me because
Sakshi Tripathi
कुछ तेज हवाएं है, कुछ बर्फानी गलन!
कुछ तेज हवाएं है, कुछ बर्फानी गलन!
Bodhisatva kastooriya
मतलबी किरदार
मतलबी किरदार
Aman Kumar Holy
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
प्रेमदास वसु सुरेखा
औरत की हँसी
औरत की हँसी
Dr MusafiR BaithA
कलयुगी धृतराष्ट्र
कलयुगी धृतराष्ट्र
Dr Parveen Thakur
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
Mohan Pandey
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भ्रम
भ्रम
Shiva Awasthi
नारी कब होगी अत्याचारों से मुक्त?
नारी कब होगी अत्याचारों से मुक्त?
कवि रमेशराज
कदम रखूं ज्यों शिखर पर
कदम रखूं ज्यों शिखर पर
Divya Mishra
2448.पूर्णिका
2448.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सफलता मिलना कब पक्का हो जाता है।
सफलता मिलना कब पक्का हो जाता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
एकांत में रहता हूँ बेशक
एकांत में रहता हूँ बेशक
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
💐Prodigy Love-37💐
💐Prodigy Love-37💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*पापा (बाल कविता)*
*पापा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Quote..
Quote..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
■ तुकबंदी कविता नहीं।।
■ तुकबंदी कविता नहीं।।
*Author प्रणय प्रभात*
अलग अलग से बोल
अलग अलग से बोल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*
*"रक्षाबन्धन"* *"काँच की चूड़ियाँ"*
Radhakishan R. Mundhra
THE B COMPANY
THE B COMPANY
Dhriti Mishra
खत लिखा था पहली बार दे ना पाए कभी
खत लिखा था पहली बार दे ना पाए कभी
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
कभी कभी पागल होना भी
कभी कभी पागल होना भी
Vandana maurya
Loading...