Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2020 · 1 min read

यूँ किसी के दिल में रहना…

‘हनीफ़’ यूँ किसी के दिल में रहना,
दूर रहकर भी सदा नज़र में रहना ।।

✍️ #हनीफ़_शिकोहाबादी

Twitter ? @ Er_Wr_Haneef

Other ? @haneefshikohabadi

Contact ? @ 9759212850

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 2 Comments · 192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हरदा अग्नि कांड
हरदा अग्नि कांड
GOVIND UIKEY
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
किसी पत्थर की मूरत से आप प्यार करें, यह वाजिब है, मगर, किसी
किसी पत्थर की मूरत से आप प्यार करें, यह वाजिब है, मगर, किसी
Dr MusafiR BaithA
ईस्वी सन 2023 एक जनवरी से इकत्तीस दिसंबर ज्योतिष आंकलन एव गणना
ईस्वी सन 2023 एक जनवरी से इकत्तीस दिसंबर ज्योतिष आंकलन एव गणना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बिंदी
बिंदी
Satish Srijan
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
■ विनम्र निवेदन :--
■ विनम्र निवेदन :--
*Author प्रणय प्रभात*
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
अब किसे बरबाद करोगे gazal/ghazal By Vinit Singh Shayar
अब किसे बरबाद करोगे gazal/ghazal By Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
क्या है नारी?
क्या है नारी?
Manu Vashistha
सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए
सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए
डी. के. निवातिया
रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे।
रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
परिवर्तन
परिवर्तन
Paras Nath Jha
लाज-लेहाज
लाज-लेहाज
Anil Jha
शुभोदर छंद(नवाक्षरवृति वार्णिक छंद)
शुभोदर छंद(नवाक्षरवृति वार्णिक छंद)
Neelam Sharma
*श्री रामप्रकाश सर्राफ*
*श्री रामप्रकाश सर्राफ*
Ravi Prakash
प्रेम भरी नफरत
प्रेम भरी नफरत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
Atul "Krishn"
3144.*पूर्णिका*
3144.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आवारा परिंदा
आवारा परिंदा
साहित्य गौरव
पिता मेंरे प्राण
पिता मेंरे प्राण
Arti Bhadauria
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
तुम तो मुठ्ठी भर हो, तुम्हारा क्या, हम 140 करोड़ भारतीयों का भाग्य उलझ जाएगा
Anand Kumar
अगर उठ गए ये कदम तो चलना भी जरुरी है
अगर उठ गए ये कदम तो चलना भी जरुरी है
'अशांत' शेखर
यादों की एक नई सहर. . . . .
यादों की एक नई सहर. . . . .
sushil sarna
फिर एक बार 💓
फिर एक बार 💓
Pallavi Rani
मेरी माटी मेरा देश🇮🇳🇮🇳
मेरी माटी मेरा देश🇮🇳🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सोचा नहीं कभी
सोचा नहीं कभी
gurudeenverma198
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
We make Challenges easy and
We make Challenges easy and
Bhupendra Rawat
"ग़ौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...