युद्ध नही बुद्ध—-………—-
*********गजल
बुद्ध वाले युद्ध की ……
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बुद्ध वाले युद्ध की ,बातें किया करते नहीं ।
इसका मतलब ये नहीं, हक को लड़ा करते नहीं ।।
शांति और शील के, दीवाने हम हैं दोस्तों ।
बेवजह की कोई भी ,बातें सुना करते नहीं।।
डर से कोसों दूर है हम, डर भी हमसे भागता ।
दकियानूसी बातों का ,अमृत पिया करते नहीं ।।
ईर्ष्या लेकर मिले, ना बुद्ध उसको मानिए।
बुद्ध के अनुयाई ,घृणा से घिरा करते नहीं।।
है बहुत प्यारे हमें ,अहिंसा वाले रास्ते ।
सामने अंगुलिमालों के ,हम झुका करते नहीं।।
बुद्ध के प्रकाश से है ,विश्व रोशन ये हुआ ।
अपने ही घर में इसे, अपनाया हम करते नहीं।।
बुद्ध पढ़कर भीम ने ,बदलाव कैसा ला दिया।
रोशनी के इस दिये को ,हम भुला सकते नहीं।।
आओ “सागर” बुद्ध थे तुम, बौद्ध फिर बन जाइए ।
दूसरों के घर में यूं ,सदियों रहा करते नहीं।।
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बेखौफ शायर/ गीतकार/ लेखक..
डॉ. नरेश कुमार ” सागर”
17/5/19….9897907490