Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2020 · 1 min read

यादों के सहारे जिंदगी है कटती

यादों के सहारे जिंदगी है कटती
************************

आफतें हैं जिंदगी तबाह करती
यादों के सहारे जिंदगी है कटती

जब होते सामने,कोई मोल नहीं
पीछे से ही दुनिया,है याद करती

कट जाता सफर संग हमसफर
छूट जाए सा, दुनिया तंग करती

किसी रंग में दुनिया जीने ना दे
जीवन का हर रंग बदरंग करती

सहना तो अब आदत सी हो गई
लम्बी नीरस जिंदगी कैसे कटती

शुक्रिया उनका भी जो कटते थे
सज्जनों की नजर कैसे पड़ती

माना ये दुनिया फ़रेबियों से भरी
ईमानदारों से ही दुनिया चलती

सुखविंद्र यहाँ गुमनाम हो गया
गमगीन होकर ये जिंदगी कटती

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
382 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
प्रेमदास वसु सुरेखा
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
gurudeenverma198
मुँहतोड़ जवाब मिलेगा
मुँहतोड़ जवाब मिलेगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा
श्री बिष्णु अवतार विश्व कर्मा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हे पिता ! जबसे तुम चले गए ...( पिता दिवस पर विशेष)
हे पिता ! जबसे तुम चले गए ...( पिता दिवस पर विशेष)
ओनिका सेतिया 'अनु '
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
खिलौने वो टूट गए, खेल सभी छूट गए,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
सफल व्यक्ति
सफल व्यक्ति
Paras Nath Jha
Tum bina bole hi sab kah gye ,
Tum bina bole hi sab kah gye ,
Sakshi Tripathi
क्या रखा है???
क्या रखा है???
Sûrëkhâ Rãthí
फिर भी करना है संघर्ष !
फिर भी करना है संघर्ष !
जगदीश लववंशी
*नज़्म*
*नज़्म*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
लक्ष्मी सिंह
24/251. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/251. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐💞💐
💐💞💐
शेखर सिंह
■ जय लूट-तंत्र...
■ जय लूट-तंत्र...
*Author प्रणय प्रभात*
एहसास दिला देगा
एहसास दिला देगा
Dr fauzia Naseem shad
ईमानदारी की ज़मीन चांद है!
ईमानदारी की ज़मीन चांद है!
Dr MusafiR BaithA
"झाड़ू"
Dr. Kishan tandon kranti
पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण
Pratibha Pandey
हे राघव अभिनन्दन है
हे राघव अभिनन्दन है
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
काले समय का सवेरा ।
काले समय का सवेरा ।
Nishant prakhar
महादेव
महादेव
C.K. Soni
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
DrLakshman Jha Parimal
मेरे अल्फाज याद रखना
मेरे अल्फाज याद रखना
VINOD CHAUHAN
फितरत न कभी सीखा
फितरत न कभी सीखा
Satish Srijan
बात तो कद्र करने की है
बात तो कद्र करने की है
Surinder blackpen
खुली आंखें जब भी,
खुली आंखें जब भी,
Lokesh Singh
*हर मरीज के भीतर समझो, बसे हुए भगवान हैं (गीत)*
*हर मरीज के भीतर समझो, बसे हुए भगवान हैं (गीत)*
Ravi Prakash
सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ?
सबके दामन दाग है, कौन यहाँ बेदाग ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
फुटपाथ
फुटपाथ
Prakash Chandra
Loading...