Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2017 · 1 min read

गहन बोध-आलोक, लोक का कल है बेटी/ पकड़ प्रीति को कहो एक हैं बेटा-बेटी

बेटा-बेटी सम समझ,कर समता जलपान|
दो संताने बहुत हैं,पकड़ राष्ट्रहित ज्ञान||
पकड़ राष्ट्रहित ज्ञान, गुणीं बन, तज शैतानी|
फैला प्रेम-सुगंध, त्याग कलुषित मनमानी||
कह “नायक” कविराय, कहो नहिं कि वह हेठी||
गहन बोध-आलोक, लोक का कल है बेटी||

बेटी काटी गर्भ में, लड़का से अति प्रेम|
मोह इधर,उत ईर्षा, राष्ट्र द्वंद के बैन||
राष्ट्र द्वंद के बैन, झूठ भ्रम का टुटका है|
ज्ञान-खेत में काँस, मनुज भूला-भटका है||
कह “नायक” कविराय, नहीं वह बिलकुल हेठी|
पकड़ प्रीति को कहो, एक हैं बेटा-बेटी||

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

405 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
आंगन महक उठा
आंगन महक उठा
Harminder Kaur
3122.*पूर्णिका*
3122.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
గురు శిష్యుల బంధము
గురు శిష్యుల బంధము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
वर्तमान
वर्तमान
Shyam Sundar Subramanian
काले समय का सवेरा ।
काले समय का सवेरा ।
Nishant prakhar
अमृतकलश
अमृतकलश
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हिम बसंत. . . .
हिम बसंत. . . .
sushil sarna
बेटी और प्रकृति से बैर ना पालो,
बेटी और प्रकृति से बैर ना पालो,
लक्ष्मी सिंह
बोलो क्या कहना है बोलो !!
बोलो क्या कहना है बोलो !!
Ramswaroop Dinkar
रिश्ता
रिश्ता
Santosh Shrivastava
घर सम्पदा भार रहे, रहना मिलकर सब।
घर सम्पदा भार रहे, रहना मिलकर सब।
Anil chobisa
तुम अभी आना नहीं।
तुम अभी आना नहीं।
Taj Mohammad
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
शिव प्रताप लोधी
*भीड़ में चलते रहे हम, भीड़ की रफ्तार से (हिंदी गजल)*
*भीड़ में चलते रहे हम, भीड़ की रफ्तार से (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
प्रथम शैलपुत्री
प्रथम शैलपुत्री
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"भावना" इतनी
*Author प्रणय प्रभात*
बहुत से लोग तो तस्वीरों में ही उलझ जाते हैं ,उन्हें कहाँ होश
बहुत से लोग तो तस्वीरों में ही उलझ जाते हैं ,उन्हें कहाँ होश
DrLakshman Jha Parimal
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
☀️ओज़☀️
☀️ओज़☀️
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
नता गोता
नता गोता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से श
आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से श
विमला महरिया मौज
Tum meri kalam ka lekh nahi ,
Tum meri kalam ka lekh nahi ,
Sakshi Tripathi
तुम मेरे बाद भी
तुम मेरे बाद भी
Dr fauzia Naseem shad
तुमसे मैं एक बात कहूँ
तुमसे मैं एक बात कहूँ
gurudeenverma198
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
VINOD CHAUHAN
Go wherever, but only so far,
Go wherever, but only so far,"
पूर्वार्थ
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
दुष्यन्त 'बाबा'
लव यू इंडिया
लव यू इंडिया
Kanchan Khanna
छल
छल
गौरव बाबा
" दूरियां"
Pushpraj Anant
Loading...