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24 Oct 2016 · 1 min read

यहॉ – वहॉ , जहॉ- तहॉ सब ही जगह वह: जितेन्द्र कमल आनंद ( पोस्ट९२)

घनाक्षरी ( पोस्ट ९२)
————————
यहॉ वहॉ , जहॉ तहॉ , सब ही जगह वह ,
अन्तर्यामी अंतस में वह विद्यमान है ।
कभी टूटने न पाये विश्वास उसके प्रति ,
व्याप्त सर्वत्र परम ब्रह्म शक्तिमान है ।
परम ऐश्वर्य दाता , विज्ञान ,सद्ज्ञान दाता ,
वह संरक्षक और करुणा निधान| है ।
देखता , वह सुनता है , जान रहा आपको ,
सभी के लिए बना वह प्रभु सम्प्राण है ।।

—– जितेंद्रकमल आनंद

Language: Hindi
403 Views
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