यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली
कौन है असली, कौन नकली,,
यही सोच में,मेरी उफ्फ निकली,,
क्यूँ है हँसा, क्यूँ रोया,,
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली।
कौन है काला, कौन गोरा,,
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली,,
कौन है दयावान,कौन हैवान,,
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली।
कभी है खुशी, कभी गम,,
यही सींच में,मेरी उफ्फ निकली,,
क्या है अच्छा,क्या बुरा,,
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली।
कैसा है इश्क, कैसी नफरत,,
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली,,
कौन है अपना, कौन बेगाना,,
यही सोच में मेरी उफ्फ निकली।
कौन है वहाँ, कौन यहाँ,,
यही सोच में मेरी उफ्फ निकली,,
कौन है गरीब, कौन अमीर,,
यही सोच में मेरी उफ्फ निकली।
कौन है न्यारा, कौन प्यारा,,
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली,,
कौन है राजा, कौंन प्रजा,,
यही सोच में मेरी उफ्फ निकली।
कैसी है झोपड़ी, कैसा महल,,
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली,,
कौन है नेता, कौन अभिनेता,,
यही सोच में, मेरी उफ्फ निकली।
गायत्री सोनु जैन मन्दसौर