Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2016 · 1 min read

यथार्त व्यंग—उल्लू का मन जीत लिया

यथार्त व्यंग =========
मात्रभार /१६-१४
देख जमाने की आदत को , राज बदलना सीख लिया /
उल्लू फौज बराती बनकर , उल्लू का मन जीत लिया /
बढ़ती संख्या जब उल्लू की, दिन मे तम ही छाता है /
दिन को रात रात को दिन कह , सबके मन को भाता है /
राजकिशोर मिश्र ‘राज’ प्रतापगढ़ी

Language: Hindi
465 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*
*"मजदूर की दो जून रोटी"*
Shashi kala vyas
अरे लोग गलत कहते हैं कि मोबाइल हमारे हाथ में है
अरे लोग गलत कहते हैं कि मोबाइल हमारे हाथ में है
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
भारत के बच्चे
भारत के बच्चे
Rajesh Tiwari
बेटा हिन्द का हूँ
बेटा हिन्द का हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-562💐
💐प्रेम कौतुक-562💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये
ये
Shweta Soni
ऐ महबूब
ऐ महबूब
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
लक्ष्मी सिंह
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
-अपनी कैसे चलातें
-अपनी कैसे चलातें
Seema gupta,Alwar
■ बोलती तस्वीर
■ बोलती तस्वीर
*Author प्रणय प्रभात*
*धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)*
*धन्य-धन्य वे जिनका जीवन सत्संगों में बीता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
3282.*पूर्णिका*
3282.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नयी - नयी लत लगी है तेरी
नयी - नयी लत लगी है तेरी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
Jyoti Khari
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
surenderpal vaidya
जीवन का एक और बसंत
जीवन का एक और बसंत
नवीन जोशी 'नवल'
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
DrLakshman Jha Parimal
स्वीकारोक्ति :एक राजपूत की:
स्वीकारोक्ति :एक राजपूत की:
AJAY AMITABH SUMAN
आतंकवाद
आतंकवाद
नेताम आर सी
राम कहने से तर जाएगा
राम कहने से तर जाएगा
Vishnu Prasad 'panchotiya'
लिखा नहीं था नसीब में, अपना मिलन
लिखा नहीं था नसीब में, अपना मिलन
gurudeenverma198
इश्क़ में जूतियों का भी रहता है डर
इश्क़ में जूतियों का भी रहता है डर
आकाश महेशपुरी
एहसान
एहसान
Paras Nath Jha
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
Rj Anand Prajapati
होली कान्हा संग
होली कान्हा संग
Kanchan Khanna
तेरी हस्ती, मेरा दुःख,
तेरी हस्ती, मेरा दुःख,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जो खास है जीवन में उसे आम ना करो।
जो खास है जीवन में उसे आम ना करो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नियति
नियति
Shyam Sundar Subramanian
एक वो है मासूमियत देख उलझा रही हैं खुद को…
एक वो है मासूमियत देख उलझा रही हैं खुद को…
Anand Kumar
Loading...