Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2020 · 1 min read

मज़बूरी जीवन दूरी न बन जाए

?मज़बूरी जीवन दूरी न बन जाए?
———————————————
दर – दर भटकें ठोकर खाते , बहुत बुरी है लाचारी।
रोजगार ना घर ही मिलता , संकट जीवन में भारी।
आँसू आहें देख सकें ना , देती खौफ़ महामारी।
ऊपर वाला जाने अब तो , कब महकेगी फुलवारी।

हँसना रोना भी भूल गए , मंज़िल को बस पाना है।
सही सलामत पहुंच जाएँ , इतना मन में ठाना है।
साथ प्रशासन का मिल जाए , समझें ये नज़राना है।
भीड़ हमारी ये ठीक नहीं , ग़लती का अफ़साना है।

मज़बूरी ही ठीक सही पर , नियमों को समझो प्यारे।
आदेशों का पालन करना , है हित में आज हमारे।
लापरवाही ठीक नहीं है , देखोगे दिन में तारे।
समझदार बन जाओ अब तो , समझाते मिलके सारे।

राशन पानी दें सरकारें , क्यों फिरते मारे – मारे?
संकट का मंज़र टल जाता , फिर मिल जाते घर द्वारे।
भूल बड़ी है जो कर बैठे , हो अब तुम राम सहारे।
सामाजिक दूरी बनी रहे , समझो बस नेक इशारे।

कोरोना अगर मिटाना है , घर सुरक्षित ठिकाना है।
पहले जीवन बच जाए ये , फिर तो रोज कमाना है।
सावधान रहना प्रतिपल में , खुद समझो समझाना है।
जीवन सबका सुंदर होता , सुंदर यह बच पाना है।
(ताटंक छंद)

?आर.एस.प्रीतम?

Language: Hindi
220 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
मंथन
मंथन
Shyam Sundar Subramanian
तुम मत खुरेचना प्यार में ,पत्थरों और वृक्षों के सीने
तुम मत खुरेचना प्यार में ,पत्थरों और वृक्षों के सीने
श्याम सिंह बिष्ट
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Sanjay ' शून्य'
मंजिल की तलाश में
मंजिल की तलाश में
Praveen Sain
#हँसी
#हँसी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर
ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर
नूरफातिमा खातून नूरी
कुण्डलिया-मणिपुर
कुण्डलिया-मणिपुर
दुष्यन्त 'बाबा'
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
Harminder Kaur
81 -दोहे (महात्मा गांधी)
81 -दोहे (महात्मा गांधी)
Rambali Mishra
मुझे आज तक ये समझ में न आया
मुझे आज तक ये समझ में न आया
Shweta Soni
नए साल की नई सुबह पर,
नए साल की नई सुबह पर,
Anamika Singh
उम्मींदें तेरी हमसे
उम्मींदें तेरी हमसे
Dr fauzia Naseem shad
प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा
प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
*जीवन जीने की कला*
*जीवन जीने की कला*
Shashi kala vyas
23/151.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/151.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"अपने हक के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
ढलती हुई दीवार ।
ढलती हुई दीवार ।
Manisha Manjari
ज़रूरत
ज़रूरत
सतीश तिवारी 'सरस'
*कभी होती अमावस्या ,कभी पूनम कहाती है 【मुक्तक】*
*कभी होती अमावस्या ,कभी पूनम कहाती है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
शिव शून्य है,
शिव शून्य है,
पूर्वार्थ
डोला कड़वा -
डोला कड़वा -
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आज की जेनरेशन
आज की जेनरेशन
ruby kumari
ना जाने क्यों तुम,
ना जाने क्यों तुम,
Dr. Man Mohan Krishna
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
Ignorance is the best way to hurt someone .
Ignorance is the best way to hurt someone .
Sakshi Tripathi
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
Shivkumar Bilagrami
■ छोटी दीवाली
■ छोटी दीवाली
*Author प्रणय प्रभात*
बोलो बोलो हर हर महादेव बोलो
बोलो बोलो हर हर महादेव बोलो
gurudeenverma198
मौज-मस्ती
मौज-मस्ती
Vandna Thakur
बदलता चेहरा
बदलता चेहरा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...