Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2021 · 1 min read

मौत का इंतजार

ज़िंदगी गर खुशनुमा होती,
तो क्यों मौत का इंतजार करते ।
क्यों रह रह अपने दामन को ,
आंसुओं से हर पल भिगोते।
गम के सागर में डूबे हुए है,
अब बस उसी पर ऐतबार करते हैं।

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 2 Comments · 177 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
Shweta Soni
गले की फांस
गले की फांस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
खोटे सिक्कों के जोर से
खोटे सिक्कों के जोर से
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
“नये वर्ष का अभिनंदन”
“नये वर्ष का अभिनंदन”
DrLakshman Jha Parimal
💐प्रेम कौतुक-197💐
💐प्रेम कौतुक-197💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
जियो तो ऐसे जियो
जियो तो ऐसे जियो
Shekhar Chandra Mitra
ऐसी विकट परिस्थिति,
ऐसी विकट परिस्थिति,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*चार दिन को ही मिली है, यह गली यह घर शहर (वैराग्य गीत)*
*चार दिन को ही मिली है, यह गली यह घर शहर (वैराग्य गीत)*
Ravi Prakash
हमने उनकी मुस्कुराहटों की खातिर
हमने उनकी मुस्कुराहटों की खातिर
Harminder Kaur
रमेशराज के कुण्डलिया छंद
रमेशराज के कुण्डलिया छंद
कवि रमेशराज
Kabhi kabhi har baat se fark padhta hai mujhe
Kabhi kabhi har baat se fark padhta hai mujhe
Roshni Prajapati
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
भय, भाग्य और भरोसा (राहुल सांकृत्यायन के संग) / MUSAFIR BAITHA
भय, भाग्य और भरोसा (राहुल सांकृत्यायन के संग) / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
गौ माता...!!
गौ माता...!!
Ravi Betulwala
माँ
माँ
Sidhartha Mishra
चाय की चुस्की लेते ही कुछ देर तक ऊर्जा शक्ति दे जाती है फिर
चाय की चुस्की लेते ही कुछ देर तक ऊर्जा शक्ति दे जाती है फिर
Shashi kala vyas
Love whole heartedly
Love whole heartedly
Dhriti Mishra
हकीकत पर एक नजर
हकीकत पर एक नजर
पूनम झा 'प्रथमा'
तुम क्या चाहते हो
तुम क्या चाहते हो
gurudeenverma198
वक्त
वक्त
लक्ष्मी सिंह
कृष्ण काव्य धारा एव हिंदी साहित्य
कृष्ण काव्य धारा एव हिंदी साहित्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सराब -ए -आप में खो गया हूं ,
सराब -ए -आप में खो गया हूं ,
Shyam Sundar Subramanian
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
Sunil Suman
#लघुकविता
#लघुकविता
*Author प्रणय प्रभात*
एक दिन का बचपन
एक दिन का बचपन
Kanchan Khanna
GOOD EVENING....…
GOOD EVENING....…
Neeraj Agarwal
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
Shyam Pandey
शिकवा गिला शिकायतें
शिकवा गिला शिकायतें
Dr fauzia Naseem shad
Loading...