Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2018 · 1 min read

“” “” “” मोहब्बत “” “” “”

ना जाने क्यों? मैं तेरी इस दिलकस अदा पर मरती हूँ ।।
कह और कर कुछ नहीं सकती, फिर भी तुझसे बेइंतहा मोहब्बत करती हूँ।।।

उस मोहब्बत की खता को संजोती हूँ।।
बिखरे हुए मेरे इन लम्हों को समेटती हूँ।।

कोई नहीं अपना लगता,
बस एक तुझे अपना बनाने की चाहत रखती हूँ।।
मैं तुझसे बेइंतहा मोहब्बत करती हूँ।।

कहना ना कभी मुझे बेवफा,
मै वफा को निभाने की हिमाकत रखती हूँ।।
मैं तुमसे बेइंतहा मोहब्बत करती हूँ।।

मैं तुझसे मोहब्बत करने की वजह रखती हूँ।।

तू दे या ना दे तेरे दिल में रहने की जगह रखती हूँ।।
मैं तुमसे बहुत प्रेम करती हूँ।।

मैं तुझसे प्यार करने की रजा़ रखती हूँ।।
मैं तुझसे बेइंतहा मोहब्बत करती हूँ।।
बस तुझसे…………. ।।।।

2 Likes · 401 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वो साँसों की गर्मियाँ,
वो साँसों की गर्मियाँ,
sushil sarna
हां राम, समर शेष है
हां राम, समर शेष है
Suryakant Dwivedi
गाँधी जी की अंगूठी (काव्य)
गाँधी जी की अंगूठी (काव्य)
Ravi Prakash
रास्ता गलत था फिर भी मिलो तब चले आए
रास्ता गलत था फिर भी मिलो तब चले आए
कवि दीपक बवेजा
सालगिरह
सालगिरह
अंजनीत निज्जर
भांथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / मुसाफ़िर बैठा
भांथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
"सावधान"
Dr. Kishan tandon kranti
■ भगवान के लिए, ख़ुदा के वास्ते।।
■ भगवान के लिए, ख़ुदा के वास्ते।।
*Author प्रणय प्रभात*
इस तरहां बिताये मैंने, तन्हाई के पल
इस तरहां बिताये मैंने, तन्हाई के पल
gurudeenverma198
ज़िंदा हूं
ज़िंदा हूं
Sanjay ' शून्य'
बारिश की बूंदे
बारिश की बूंदे
Praveen Sain
चाहता है जो
चाहता है जो
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सुनो स्त्री,
सुनो स्त्री,
Dheerja Sharma
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
दो शब्द सही
दो शब्द सही
Dr fauzia Naseem shad
गुरु से बडा न कोय🌿🙏🙏
गुरु से बडा न कोय🌿🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चरम सुख
चरम सुख
मनोज कर्ण
पता नहीं था शायद
पता नहीं था शायद
Pratibha Pandey
प्रश्रयस्थल
प्रश्रयस्थल
Bodhisatva kastooriya
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3307.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…
Anand Kumar
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
VINOD CHAUHAN
जालिमों तुम खोप्ते रहो सीने में खंजर
जालिमों तुम खोप्ते रहो सीने में खंजर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
देखते देखते मंज़र बदल गया
देखते देखते मंज़र बदल गया
Atul "Krishn"
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
Buddha Prakash
आज की जेनरेशन
आज की जेनरेशन
ruby kumari
Anxiety fucking sucks.
Anxiety fucking sucks.
पूर्वार्थ
Loading...