Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jul 2017 · 1 min read

मोहब्बत

तेरे ख्वाबों को हकीकत बना तो दूूँ
तेरी उम्मीदों को बालफ्ज़ निभा तो दूँ
मैं अपना यह पत्थर दिल पिघला तो दूँ
कांटो भरी इस जिंदगी में फूल खिला तो दूँ
दिखाऊं सारे वह हसीन पल जो तूने आंखों में भरे
बस एक बार मेरी मोहब्बत का ऐ मेरी मोहब्बत
तू एतबार तो करे।

Language: Hindi
541 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उर्वशी की ‘मी टू’
उर्वशी की ‘मी टू’
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
Manoj Mahato
वसंत
वसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
शिव वंदना
शिव वंदना
ओंकार मिश्र
कितना
कितना
Santosh Shrivastava
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिनसे जिंदा हो,उनको कतल न करो
जिनसे जिंदा हो,उनको कतल न करो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गुज़िश्ता साल -नज़्म
गुज़िश्ता साल -नज़्म
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
" बस तुम्हें ही सोचूँ "
Pushpraj Anant
कविता -नैराश्य और मैं
कविता -नैराश्य और मैं
Dr Tabassum Jahan
दिल से निकले हाय
दिल से निकले हाय
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
Kanchan Alok Malu
संसार चलाएंगी बेटियां
संसार चलाएंगी बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
Dr fauzia Naseem shad
शौक या मजबूरी
शौक या मजबूरी
संजय कुमार संजू
If your heart is
If your heart is
Vandana maurya
*छल-कपट को बीच में, हर्गिज न लाना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
*छल-कपट को बीच में, हर्गिज न लाना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
अभिव्यक्ति
अभिव्यक्ति
Punam Pande
पावस
पावस
लक्ष्मी सिंह
🌹जिन्दगी के पहलू 🌹
🌹जिन्दगी के पहलू 🌹
Dr Shweta sood
शीर्षक - बुढ़ापा
शीर्षक - बुढ़ापा
Neeraj Agarwal
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
Vishal babu (vishu)
// कामयाबी के चार सूत्र //
// कामयाबी के चार सूत्र //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"पते की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
आज की जेनरेशन
आज की जेनरेशन
ruby kumari
*
*"ममता"* पार्ट-4
Radhakishan R. Mundhra
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
कहने से हो जाता विकास, हाल यह अब नहीं होता
gurudeenverma198
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
शेखर सिंह
प्रकृति का प्रकोप
प्रकृति का प्रकोप
Kanchan verma
Loading...