Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2021 · 1 min read

मोबाइल

वीर छंद
मोबाइल विज्ञानिक का है,कितना अद्भुत आविष्कार ।
जादूगर का ऐसा जादू,फँसा विश्व होकर लाचार।

मोबाइल तो इस दुनिया का, है सबसे मायावी यंत्र।
यूँ माया का जाल बिछाया, छोटे बड़े हुए परतंत्र।

देखने पर तो लगता यही,कि मोबाइल एक खिलवान।
मगर असलियत में उलटा है,बना खिलोना हर इंसान।

कभी-कहीं आना जाना हो, फोन साथ में हर स्थान।
बना जरूरत या मजबूरी, समझ न पाये हम नादान।

हुआ कांतिकारी परिवर्तन,दूर किये कितने आभाव।
जिस कारण हर एक क्षेत्र में,हुआ चमत्कारिक बदलाव।

मोबाइल ने बना दिया है, मानव जीवन को आसान।
लाभ मिले जितने ही इससे,उतने ही ज्यादा नुकसान।

मानव निर्मित मोबाइल ने,मानव में भर दिया विकार।
सभी मानसिक विकास रूका,बन बैठा कितना बेकार।

– लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

1 Comment · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
दौरे-हजीर चंद पर कलमात🌹🌹🌹🌹🌹🌹
दौरे-हजीर चंद पर कलमात🌹🌹🌹🌹🌹🌹
shabina. Naaz
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
कवि रमेशराज
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
कोई गैर न मानिए ,रखिए सम्यक ज्ञान (कुंडलिया)
कोई गैर न मानिए ,रखिए सम्यक ज्ञान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
बात तब कि है जब हम छोटे हुआ करते थे, मेरी माँ और दादी ने आस
बात तब कि है जब हम छोटे हुआ करते थे, मेरी माँ और दादी ने आस
ruby kumari
पड़ते ही बाहर कदम, जकड़े जिसे जुकाम।
पड़ते ही बाहर कदम, जकड़े जिसे जुकाम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
धोखे से मारा गद्दारों,
धोखे से मारा गद्दारों,
Satish Srijan
दिये को रोशननाने में रात लग गई
दिये को रोशननाने में रात लग गई
कवि दीपक बवेजा
संपूर्ण कर्म प्रकृति के गुणों के द्वारा किये जाते हैं तथापि
संपूर्ण कर्म प्रकृति के गुणों के द्वारा किये जाते हैं तथापि
Raju Gajbhiye
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
जीवन सभी का मस्त है
जीवन सभी का मस्त है
Neeraj Agarwal
सत्यमेव जयते
सत्यमेव जयते
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
***
*** " नाविक ले पतवार....! " ***
VEDANTA PATEL
कड़वी  बोली बोल के
कड़वी बोली बोल के
Paras Nath Jha
जब सांझ ढल चुकी है तो क्यूं ना रात हो
जब सांझ ढल चुकी है तो क्यूं ना रात हो
Ravi Ghayal
2485.पूर्णिका
2485.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ज़िंदगी है,
ज़िंदगी है,
पूर्वार्थ
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
"महान गायक मच्छर"
Dr. Kishan tandon kranti
वाह रे मेरे समाज
वाह रे मेरे समाज
Dr Manju Saini
नेह का दीपक
नेह का दीपक
Arti Bhadauria
💐अज्ञात के प्रति-80💐
💐अज्ञात के प्रति-80💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जन्मदिन मुबारक तुम्हें लाड़ली
जन्मदिन मुबारक तुम्हें लाड़ली
gurudeenverma198
बात बनती हो जहाँ,  बात बनाए रखिए ।
बात बनती हो जहाँ, बात बनाए रखिए ।
Rajesh Tiwari
जीना सिखा दिया
जीना सिखा दिया
Basant Bhagawan Roy
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Kagaj ki nav ban gyi mai
Kagaj ki nav ban gyi mai
Sakshi Tripathi
याद आए दिन बचपन के
याद आए दिन बचपन के
Manu Vashistha
Loading...