Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2019 · 1 min read

मै क्यों लिखता हूं

मैं क्यों लिखता हूं
(१)
वीर नवजवानों पर कविता लिखता हूं।
चाहे धुंध कोहरा छाए, या आए बर्फबारी।
दुश्मनों के दांत खट्टे कर,उनका योजना करे नकाम।
ऐसे वीर जवानों का मेरा बारम्बार प्रणाम।
(२)
जब जब आफत आई तब तब लिखता हूं।
चाहे आंधी आए, या आए तूफान।
देश के वीर जवानों ने दे रहे हैं बलिदान।
एक हाथ में ध्वज,एक हाथ में सलाम।
(३)
मेरे वीर सैनिकों की गाथा लिखता हूं।
चाहे उग्रवादी आए, या आए आतंकवादी।
पीछे नहीं हटते हैं,मेरे वीर फौलादी।
ऐ वीर तुझे अपनी बार बार हो सलामी।
**********************************
रचनाकार कवि डीजेन्द्र क़ुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभवना, बिलाईगढ़, बलौदाबाजार (छ. ग.)
‌8120587822

Language: Hindi
1 Like · 233 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुक्तक... छंद हंसगति
मुक्तक... छंद हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
2404.पूर्णिका
2404.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
White patches
White patches
Buddha Prakash
झूठी शान
झूठी शान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मेरा प्यार तुझको अपनाना पड़ेगा
मेरा प्यार तुझको अपनाना पड़ेगा
gurudeenverma198
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन अपना
जीवन अपना
Dr fauzia Naseem shad
भगतसिंह के ख़्वाब
भगतसिंह के ख़्वाब
Shekhar Chandra Mitra
"दुम"
Dr. Kishan tandon kranti
हो गई जब खत्म अपनी जिंदगी की दास्तां..
हो गई जब खत्म अपनी जिंदगी की दास्तां..
Vishal babu (vishu)
समझ
समझ
Shyam Sundar Subramanian
श्री राम अमृतधुन भजन
श्री राम अमृतधुन भजन
Khaimsingh Saini
रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम
रिश्ते , प्रेम , दोस्ती , लगाव ये दो तरफ़ा हों ऐसा कोई नियम
Seema Verma
यशस्वी भव
यशस्वी भव
मनोज कर्ण
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
Dheerja Sharma
भरत नाम अधिकृत भारत !
भरत नाम अधिकृत भारत !
Neelam Sharma
एक सत्य
एक सत्य
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
तलाश है।
तलाश है।
नेताम आर सी
Kudrat taufe laya hai rang birangi phulo ki
Kudrat taufe laya hai rang birangi phulo ki
Sakshi Tripathi
मैं अपने बिस्तर पर
मैं अपने बिस्तर पर
Shweta Soni
सच तो फूल होते हैं।
सच तो फूल होते हैं।
Neeraj Agarwal
💐 Prodigi Love-47💐
💐 Prodigi Love-47💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इक दुनिया है.......
इक दुनिया है.......
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
*माटी कहे कुम्हार से*
*माटी कहे कुम्हार से*
Harminder Kaur
बेवक्त बारिश होने से ..
बेवक्त बारिश होने से ..
Keshav kishor Kumar
पन्द्रह अगस्त का दिन कहता आजादी अभी अधूरी है ।।
पन्द्रह अगस्त का दिन कहता आजादी अभी अधूरी है ।।
Kailash singh
“पतंग की डोर”
“पतंग की डोर”
DrLakshman Jha Parimal
मौसम  सुंदर   पावन  है, इस सावन का अब क्या कहना।
मौसम सुंदर पावन है, इस सावन का अब क्या कहना।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
Loading...