Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2021 · 1 min read

मैया हम पर कृपा करना, मेरे दिल का तम हरना

मैया हम पर कृपा करना, मेरे दिल का तम हरना हृदय में बसा करना,अंतस निर्मल करना
दुनिया का ज्ञान नहीं, मां मार्गदर्शन करना
मां तुम बिन कोई नहीं, इस जग में है मेरा
कोई सहाय नहीं, मां सहारा है तेरा
मां तुम ही हो मेरी,हर पल रक्षा करना
मैया हम पर कृपा करना, मेरे दिल में बसा करना
ये जग जालिम है,न जाने कहां मारे
मतलब की दुनिया है,झूंठे रिश्ते सारे
मां तुम ही हो सबकी, सबका पालन करना
मैया हम कृपा करना, मेरे दिल का तम हरना
हृदय में बसा करना,अंतस निर्मल करना
जय माता दी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
चंद्रयान
चंद्रयान
Mukesh Kumar Sonkar
मत बनो उल्लू
मत बनो उल्लू
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पहले पता है चले की अपना कोन है....
पहले पता है चले की अपना कोन है....
कवि दीपक बवेजा
हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों
हुनरमंद लोग तिरस्कृत क्यों
Mahender Singh
'सरदार' पटेल
'सरदार' पटेल
Vishnu Prasad 'panchotiya'
संसाधन का दोहन
संसाधन का दोहन
Buddha Prakash
मैं तो महज एहसास हूँ
मैं तो महज एहसास हूँ
VINOD CHAUHAN
👍👍
👍👍
*Author प्रणय प्रभात*
प्रेम क्या है...
प्रेम क्या है...
हिमांशु Kulshrestha
जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु
जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"इफ़्तिताह" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
विपरीत परिस्थितियों में भी तुरंत फैसला लेने की क्षमता ही सफल
विपरीत परिस्थितियों में भी तुरंत फैसला लेने की क्षमता ही सफल
Paras Nath Jha
अच्छी बात है
अच्छी बात है
Ashwani Kumar Jaiswal
आलता महावर
आलता महावर
Pakhi Jain
ज्ञानमय
ज्ञानमय
Pt. Brajesh Kumar Nayak
23/37.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/37.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*माँ : 7 दोहे*
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
मन की बात
मन की बात
पूर्वार्थ
प्रेम का पुजारी हूं, प्रेम गीत ही गाता हूं
प्रेम का पुजारी हूं, प्रेम गीत ही गाता हूं
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
दिल रंज का शिकार है और किस क़दर है आज
Sarfaraz Ahmed Aasee
सामाजिक कविता: पाना क्या?
सामाजिक कविता: पाना क्या?
Rajesh Kumar Arjun
कोरोना तेरा शुक्रिया
कोरोना तेरा शुक्रिया
Sandeep Pande
घन की धमक
घन की धमक
Dr. Kishan tandon kranti
कोई यादों में रहा, कोई ख्यालों में रहा;
कोई यादों में रहा, कोई ख्यालों में रहा;
manjula chauhan
श्री हरि भक्त ध्रुव
श्री हरि भक्त ध्रुव
जगदीश लववंशी
💐प्रेम कौतुक-332💐
💐प्रेम कौतुक-332💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी
Ram Krishan Rastogi
आदत न डाल
आदत न डाल
Dr fauzia Naseem shad
मन को कर देता हूँ मौसमो के साथ
मन को कर देता हूँ मौसमो के साथ
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
संपूर्णता किसी के मृत होने का प्रमाण है,
संपूर्णता किसी के मृत होने का प्रमाण है,
Pramila sultan
Loading...