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3 Dec 2019 · 1 min read

मैक़दा…

ये तन्हाई दिल से जब भी जुदा हो जाती हैं!
नज़र तो चाँदनी पर भी फ़िदा हो जाती है!

ख़ुद को नज़र है किया उस की नज़रो पर!
नज़र कभी प्यास कभी मैक़दा हो जाती है!
?-AnoopS©
03 Nov 2019

Language: Hindi
6 Likes · 337 Views
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