Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2018 · 1 min read

मैं महफ़िल में तन्हा हूँ।

मै महफ़िल मे तन्हा हूँ

मै महफिल मे तन्हा हूँ,
बिन प्यार के बिन यार के मैं कितनी बेबश हूँ

दिल तोड़ा है यार ने मेरा
भरी महफ़िल में ग़मगीन पलकें लिए खड़ी हूँ

यार की बेवफाई की मारी हूँ
आज में कितनी महफ़िल में तन्हा हूँ।।।

पल में मिटा दी मेरी मोहब्बत को उसने
आज में अपने ही दिल से हारी हूँ

प्यार मिलता है खुशनशीब वालो को
मैं मेरी ही बदनशीबी की मारी हूँ

दर्द ही दर्द है अब तो मेरे सीने में,
मैं भरी महफ़िल में कितनी अधूरी हूँ।।।।।।।

रचनाकार गायत्री सोनू जैन
सहायक अध्यापिका मन्दसौर
मोबाइल नंबर 7772931211
®कॉपीराईट सुरक्षित®

Language: Hindi
191 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आज बुढ़ापा आया है
आज बुढ़ापा आया है
Namita Gupta
आँखें
आँखें
Neeraj Agarwal
गलतियाँ हो गयीं होंगी
गलतियाँ हो गयीं होंगी
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
* इस धरा को *
* इस धरा को *
surenderpal vaidya
भारत
भारत
नन्दलाल सुथार "राही"
बारिश पड़ी तो हम भी जान गए,
बारिश पड़ी तो हम भी जान गए,
manjula chauhan
हे गर्भवती !
हे गर्भवती !
Akash Yadav
"बागबान"
Dr. Kishan tandon kranti
यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह
यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दुश्मनी इस तरह निभायेगा ।
दुश्मनी इस तरह निभायेगा ।
Dr fauzia Naseem shad
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई  लिखता है
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई लिखता है
Shweta Soni
तो शीला प्यार का मिल जाता
तो शीला प्यार का मिल जाता
Basant Bhagawan Roy
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
Phool gufran
मैं एक खिलौना हूं...
मैं एक खिलौना हूं...
Naushaba Suriya
#हमारे_सरोकार
#हमारे_सरोकार
*Author प्रणय प्रभात*
बेटा
बेटा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दर्द आँखों में आँसू  बनने  की बजाय
दर्द आँखों में आँसू बनने की बजाय
शिव प्रताप लोधी
छाया हर्ष है _नया वर्ष है_नवराते भी आज से।
छाया हर्ष है _नया वर्ष है_नवराते भी आज से।
Rajesh vyas
बेदर्दी मौसम🙏
बेदर्दी मौसम🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नसीब
नसीब
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Ghughat maryada hai, majburi nahi.
Ghughat maryada hai, majburi nahi.
Sakshi Tripathi
पोथी- पुस्तक
पोथी- पुस्तक
Dr Nisha nandini Bhartiya
मैं और दर्पण
मैं और दर्पण
Seema gupta,Alwar
तपते सूरज से यारी है,
तपते सूरज से यारी है,
Satish Srijan
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
VINOD CHAUHAN
आंगन महक उठा
आंगन महक उठा
Harminder Kaur
23/65.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/65.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाहता हे उसे सारा जहान
चाहता हे उसे सारा जहान
Swami Ganganiya
अजीब मानसिक दौर है
अजीब मानसिक दौर है
पूर्वार्थ
Loading...