मैं तुम्हें ढूंढ़ आऊंगी
मैं तुम्हें ढूंढ़ आऊंगी
फूल – पत्तियों में
चांद – सितारों में
सतरंगी इन्द्रधनुषी किनारे में
न … तुम कहीं न मिलना
क्यूं कि तुम सदैव
मेरे ही मन के कोने में
आस की तरह खिलना
~ पुर्दिल सिद्धार्थ
मैं तुम्हें ढूंढ़ आऊंगी
फूल – पत्तियों में
चांद – सितारों में
सतरंगी इन्द्रधनुषी किनारे में
न … तुम कहीं न मिलना
क्यूं कि तुम सदैव
मेरे ही मन के कोने में
आस की तरह खिलना
~ पुर्दिल सिद्धार्थ