मैं कौन हूँ…..?
मैं कौन हूँ ?
क्या मैं इन्सान हूँ
या कोई भगवान हूँ
एक बहन का भाई
या सिमा पे खडा जवान हूँ ?
मैं कौन हूँ ?
आस्तिक हूँ या नास्तिक
चल हूँ मैं या अचल
जीवन मरण में उलझा
एक तुक्ष सी जान हूँ
या कईयों के स्वप्न सवारे
वह इन्सान महान हूँ ?
मैं कौन हूँ ?
माँ का हूँ मैं बेटा
या पिता की लाठी
पत्नी का पति हूँ
या मित्र का सहपाठी
अपनी ही उलझनो में उलझा
एक साधारण इन्सान हूँ
या मन में उपजे घृणित भावों को
पूर्ण करता वह
सैतान हूँ?
मैं कौन हूँ ?
रक्षक हूँ या भक्षक
या विष से भरा कोई तक्षक
अपनी पहचान ढूँढता
क्या मैं एक दानव हूँ
या मानवता को परिपूर्ण करे
ऐसा कोई मानव हूँ ?
मैं कौन हूँ?
©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”