Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Mar 2017 · 1 min read

“मैं” की तलाश

मुझे “मैं” की तलाश है क्या कोई मदद करेगा?
अखबार मे खुद की गुमसुदगी का पैगाम दूँ भी तो कैसे जनाब
चेहरे से आत्मा को पहचान नही जाता
मुझे “मैं” की तलाश है क्या कोई मदद करेगा?
थक गयी इस राह पर कमजोर पैरो से चला नही जाता
भटक रही हूँ गली गली “मैं” नजर नही आता
क्या तुमको दिखाई देता है?
मुझे “मैं” की तलाश है क्या कोई मदद करेगा ?

Language: Hindi
432 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपने आँसू
अपने आँसू
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
*इश्क़ न हो किसी को*
*इश्क़ न हो किसी को*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
विचार , हिंदी शायरी
विचार , हिंदी शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
एक चिंगारी ही काफी है शहर को जलाने के लिए
एक चिंगारी ही काफी है शहर को जलाने के लिए
कवि दीपक बवेजा
नवयौवना
नवयौवना
लक्ष्मी सिंह
तुझसे रिश्ता
तुझसे रिश्ता
Dr fauzia Naseem shad
आकर्षण मृत्यु का
आकर्षण मृत्यु का
Shaily
#एकअबोधबालक
#एकअबोधबालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
यूं हर हर क़दम-ओ-निशां पे है ज़िल्लतें
यूं हर हर क़दम-ओ-निशां पे है ज़िल्लतें
Aish Sirmour
धूप की उम्मीद कुछ कम सी है,
धूप की उम्मीद कुछ कम सी है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"अभ्यास"
Dr. Kishan tandon kranti
🌺आलस्य🌺
🌺आलस्य🌺
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
"स्वजन संस्कृति"
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
Neeraj Agarwal
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ Rãthí
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
"चुलबुला रोमित"
Dr Meenu Poonia
तूफ़ान और मांझी
तूफ़ान और मांझी
DESH RAJ
साहस
साहस
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
घर
घर
Dr MusafiR BaithA
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
वैसे कार्यों को करने से हमेशा परहेज करें जैसा कार्य आप चाहते
Paras Nath Jha
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
Phool gufran
पिता
पिता
Dr Manju Saini
समझौता
समझौता
Dr.Priya Soni Khare
हजारों के बीच भी हम तन्हा हो जाते हैं,
हजारों के बीच भी हम तन्हा हो जाते हैं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
विमला महरिया मौज
रिश्तों को कभी दौलत की
रिश्तों को कभी दौलत की
rajeev ranjan
Loading...