Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2017 · 1 min read

मैं आदमी हूँ ख़ास

मैं आदमी हूँ खास
रोजाना सुबह से शाम तक
निकालता हूँ बाल की खाल
फिर बुनता हूँ मकड़जाल
कोई फसे क़ामयाब हो चाल |

जागने से सोने तक
साथ रखता हूँ छुरी
करता हूँ गंदे काम
कहता हुआ राम राम
पर निकलता है मरा मरा |

न्याय के मंदिर में
चुनाव के समंदर में
स्वयं को हंस कहूँ
एक टांग पर खड़ा
जीतता जिताता रहूँ |

मैं आदमी हूँ खास
साम दाम दण्ड भेद से
जोड़ कर जुगाड़
ला देता हूँ
ऊंट के नीचे पहाड़ |

Language: Hindi
468 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Laxmi Narayan Gupta
View all
You may also like:
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
Rj Anand Prajapati
"क्या देश आजाद है?"
Ekta chitrangini
*ये उन दिनो की बात है*
*ये उन दिनो की बात है*
Shashi kala vyas
मुख्तसर हयात है बाकी
मुख्तसर हयात है बाकी
shabina. Naaz
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
Ritu Asooja
अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बहू-बेटी
बहू-बेटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
शेखर सिंह
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
Dushyant Kumar Patel
*रहेगा सर्वदा जीवन, सभी को एक यह भ्रम है (मुक्तक)*
*रहेगा सर्वदा जीवन, सभी को एक यह भ्रम है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
वंशवादी जहर फैला है हवा में
वंशवादी जहर फैला है हवा में
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Anxiety fucking sucks.
Anxiety fucking sucks.
पूर्वार्थ
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
डॉ० रोहित कौशिक
जब भी आपसे कोई व्यक्ति खफ़ा होता है तो इसका मतलब यह नहीं है
जब भी आपसे कोई व्यक्ति खफ़ा होता है तो इसका मतलब यह नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं चल रहा था तन्हा अकेला
मैं चल रहा था तन्हा अकेला
..
बीमार समाज के मसीहा: डॉ अंबेडकर
बीमार समाज के मसीहा: डॉ अंबेडकर
Shekhar Chandra Mitra
तूफानों से लड़ना सीखो
तूफानों से लड़ना सीखो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत)
घर आ जाओ अब महारानी (उपालंभ गीत)
दुष्यन्त 'बाबा'
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
Neelam Sharma
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
तेरी यादों को रखा है सजाकर दिल में कुछ ऐसे
Shweta Soni
बरसात के दिन
बरसात के दिन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जब नयनों में उत्थान के प्रकाश की छटा साफ दर्शनीय हो, तो व्यर
जब नयनों में उत्थान के प्रकाश की छटा साफ दर्शनीय हो, तो व्यर
Sukoon
मानव जीवन की बन यह पहचान
मानव जीवन की बन यह पहचान
भरत कुमार सोलंकी
■ भारत और पाकिस्तान
■ भारत और पाकिस्तान
*Author प्रणय प्रभात*
एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां
एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां
Manu Vashistha
"काला पानी"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-497💐
💐प्रेम कौतुक-497💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
देती है सबक़ ऐसे
देती है सबक़ ऐसे
Dr fauzia Naseem shad
Loading...