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18 May 2021 · 1 min read

मेरे साथी _____अपनी कमाई__मुक्तक

मुक्तक____ मेरे साथी__ (१)
मेरे हाथों में दे दे हाथ, तेरा मैं साथ निभाऊंगा।
चाहोगी जैसा जैसा तुम,वही मैं करता जाऊंगा।।
किया है प्यार ,किया है प्यार, न करना तुम इंकार।
मेरे साथी बिना तेरे, नहीं मैं जी नहीं पाऊंगा।।
मुक्तक _____अपनी कमाई __(२)
मेरे जीवन की बगिया में, महक तुझसे ही आई।
महकती ही रहे यह तो ,जोड़ी तो रब ने बनाई।।
महक यह कम न हो पाए, जहां तक जीवन यह जाए।
सींचेंगे दोनों ही मिलके,यही है अपनी कमाई।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 227 Views
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