मेरे यार तेरा बहुत शुक्रिया है
मेरे यार तेरा बहुत शुक्रिया है।।
मेरा हर कदम साथ तूने दिया है।
सगा है न तूं ख़ून का कोई रिश्ता।
फ़रिश्ता है तूने ए जीवन दिया है।।
मेरे यार तुझसे वफ़ा सीख ली है।
ए जीवन ज़ियें वो अद़ा सीख ली है।।
ए दुनिया में रिश्ते बड़े ही संजीदे।
मैंने दोस्त यारी दफ़ा सीख ली है।।
तू हमदम मेरा हमसफ़र भी मेरा है।
सुदामा हूँ मैं श्याम यारा मेरा है।।
भले हम मिले न मिलें फिर दुवारा।
इबाद़त करे ‘कल्प’ यारा मेरा है।।
. ✍?अरविंद राजपूत ‘कल्प’