Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2020 · 2 min read

मेरे पिताजी की पुण्यतिथि

आई तुम्हारी मधुर याद,नयन नीर भर आए।
साथ बिताए सुखद पलों की,याद हृदय में आए।।
आज आपके श्रीचरणों में, श्रद्धा भाव समर्पण है।
अश्रुविंदु के गंगा जल से, स्वीकार करो निज तर्पण है।।

मेरे पिताजी पंडित श्री गणेश राम चतुर्वेदी जी शास्त्री थे सो वेद वेदांग ज्योतिष एवं संगीत के अच्छे ज्ञाताओं में जाने जाते थे। उनके सानिध्य में मुझे कई आचार्य एवं संत महात्माओं के दर्शन सत्संग का सौभाग्य प्राप्त हुआ। बचपन से लेकर उनके प्रयाण तक की स्मृति अंतस में सजी हुई है। आज हम जिस मुकाम पर हैं सब उन्हीं की मेहनत एवं आशीर्वाद का फल है। उनका जीवनकाल मुझे ही नहीं अपितु उनके हजारों शिष्यों को अनुकरणीय रहा है। उनका सरल संतोषी शांतिप्रिय जीवन प्रेरक था। बे माया मोह से ऊपर, जीवन में ही, जीवन मुक्त जीवन जी कर, हंसते हंसते अगली यात्रा पर चले गए। सुख दुख में सम रहना उनका विशेष गुण था। साथ ही बे इतने सहृदय एवं प्रेमी थे कि उनके जाने के बाद कई लोगों से मिला, वे सभी कहते थे, महाराज जी हमें बहुत प्रेम करते थे कोई कहता वह अपने बेटे से भी अधिक प्रेम करते थे रिश्तेदार इष्ट मित्र शहरी या ग्रामीण सभी उनके गहरे प्रेम संबंध के लिए उन्हें याद करते हैं। धैर्य साहस सम दृष्टि संतोष सदाचार जैसे गुणों के कारण वे समाज में परम सम्मान एवं वैभव को प्राप्त हुए। अपने जीवन काल में मैंने देखा उनको लेश मात्र भी आलस नहीं था लंबी यात्राओं के बाद, बिना आराम किए दूसरी यात्रा पर जाने तत्पर रहते थे। निद्रा पर भी उन्होंने विजय प्राप्त कर ली थी, संगीत की महफिल में रात भर गाने के बाद सुबह तरोताजा रहते थे, उनके दिन के कार्य बाधित नहीं होते थे उनके संबंध में यह कहना अनुपयुक्त नहीं होगा कि उन्होंने अपने ऊपर बुढ़ापे को हावी नहीं होने दिया, कहना चाहिए कि आखिरी सफर भी उन्होंने अपने पैरों पर किया। जब उन्हें जाना था तो 2 दिन पहले ही भोपाल आकर अपने नाती पोतियों को मेला दिखा गए थे, वही मेरी आखिरी मुलाकात हो गई। जाने के बाद भी मुझे लगता है वह हृदय में मेरे साथ ही हैं। श्री चरणों में कोटि-कोटि नमन ।

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
Tag: लेख
5 Likes · 6 Comments · 588 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
"द्रोह और विद्रोह"
*Author प्रणय प्रभात*
अब तो ख़िलाफ़े ज़ुल्म ज़ुबाँ खोलिये मियाँ
अब तो ख़िलाफ़े ज़ुल्म ज़ुबाँ खोलिये मियाँ
Sarfaraz Ahmed Aasee
मन सीत मीत दिलवाली
मन सीत मीत दिलवाली
Seema gupta,Alwar
सुवह है राधे शाम है राधे   मध्यम  भी राधे-राधे है
सुवह है राधे शाम है राधे मध्यम भी राधे-राधे है
Anand.sharma
3181.*पूर्णिका*
3181.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अबला नारी
अबला नारी
Neeraj Agarwal
खून के आंसू रोये
खून के आंसू रोये
Surinder blackpen
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है
gurudeenverma198
शराबी
शराबी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नर नारी
नर नारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सावन का महीना है भरतार
सावन का महीना है भरतार
Ram Krishan Rastogi
शब्द
शब्द
Madhavi Srivastava
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
पूर्वार्थ
ऐसे खोया हूं तेरी अंजुमन में
ऐसे खोया हूं तेरी अंजुमन में
Amit Pandey
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिस रास्ते के आगे आशा की कोई किरण नहीं जाती थी
जिस रास्ते के आगे आशा की कोई किरण नहीं जाती थी
कवि दीपक बवेजा
मेरी हर कविता में सिर्फ तुम्हरा ही जिक्र है,
मेरी हर कविता में सिर्फ तुम्हरा ही जिक्र है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
पिला रही हो दूध क्यों,
पिला रही हो दूध क्यों,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्रस्तुति : ताटक छंद
प्रस्तुति : ताटक छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
रामलला ! अभिनंदन है
रामलला ! अभिनंदन है
Ghanshyam Poddar
Destiny
Destiny
Shyam Sundar Subramanian
उम्मीदें ज़िंदगी की
उम्मीदें ज़िंदगी की
Dr fauzia Naseem shad
बदलता दौर
बदलता दौर
ओनिका सेतिया 'अनु '
कहानी-
कहानी- "खरीदी हुई औरत।" प्रतिभा सुमन शर्मा
Pratibhasharma
मुक्तक
मुक्तक
Mahender Singh
"बदलाव"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं
कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं
Anand Kumar
सबकी जात कुजात
सबकी जात कुजात
मानक लाल मनु
*राम जन्म अद्भुत अवतारी : चौपाइयॉं*
*राम जन्म अद्भुत अवतारी : चौपाइयॉं*
Ravi Prakash
Loading...