मेरे गीतों में तुम समा जाओ
मेरे गीतों में तुम समा जाओ
मेरे विचारों की पूँजी हो जाओ
गीतों को मेरे सुर दे दो
मेरे विचारों को पंखों से सजाओ
आभास हो मुझको तेरा
मेरी आत्मा में समा जाओ
निराश होना नहीं है मुझको
अनुपम छवि अपनी दिखाओ मुझको
मैं जो भी लिखूं पहचान दो उसे
मेरे करीब विद्यमान हो जाओ
अनुराग मुझको हो जाए तुमसे
ये आस्था मेरे मन में जगाओ
अनाथों के नाथ हो मेरे प्रभु
मन से अँधेरा मिटाओ
प्रकाश से रोशन कर दो राहें मेरी
हो सके तो मुझे अपना बनाओ
मेरे गीतों में तुम समा जाओ
मेरे विचारों की पूँजी हो जाओ
गीतों को मेरे सुर दे दो
मेरे विचारों को पंखों से सजाओ