Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2020 · 1 min read

मेरी माँ प्यारी -प्यारी

मेरी माँ प्यारी -प्यारी ,
मुझे सारे जहां से प्यारी ,
यह जग है काँटों का वन ,
मेरी माँ है केसर की क्यारी ।
आँखों में जिसके स्नेह अपार ,
उसकी ममता का न पारावार ,
अपने रक्त से सींच -सींच कर ,
किया मेरे जीवन को साकार।
मेरा जीवन है सदा उसका आभारी …
मेरे आँखों के हर सपने हेतु ,
मेरे जीवन के लक्ष्य साधन हेतु ,
सम्पूर्ण करने को किया मार्ग-दर्शन ,
मेरी राहों में आने वाली हर बाधा हेतु ,
बनकर रही सदा मेरी वो सहचरी …
उसके मीठे बोलों में है अमृत वाणी ,
वही मेरी गीता-रामायण और गुरुवाणी ,
वास्तव में मेरा प्रथम गुरु है मेरी माता ,
शत- शत वंदन करे उसका मेरी वाणी ।
मै तो जायूं अपनी माँ पर बलिहारी ….
रिश्ते तो बहुत है मनुष्य जीवन में,
सबकी अपनी महत्ता है जीवन में ,
मगर हर रिश्ते की धूरी है मात्र माँ,
माँ से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं जीवन में ।
समेटे रहती है जो हर रिश्ते की डोरी….
जीवन के उतार-चढ़ाव,संघर्ष हो ,
हर दुख,कष्ट , संताप या तनाव हो ,
माँ की आशीषों की छांव हो जिसपर ,
क्या बिगाड़ लेगा उसका चाहे तप्ति धूप हो ।
यकीन मानो ! मेरी माँ तो तक़दीर है मेरी …..
मेरी माँ सदा चिरायु हो ,स्वस्थ हो ,
यही है मेरी ईश्वर से प्रार्थना ।
और कोई मन मेंअभिलाषा नहीं,
बस एक ही है मनोकामना ।
देखो! तोड़ना मत मेरी यह आशा नहीं ।
जीवन-पर्यंत रहूँगी मै तुम्हारी आभारी ….

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 535 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
Brijpal Singh
खुदा कि दोस्ती
खुदा कि दोस्ती
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरे प्रिय कलाम
मेरे प्रिय कलाम
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
22-दुनिया
22-दुनिया
Ajay Kumar Vimal
गंणपति
गंणपति
Anil chobisa
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रंग रंगीली होली आई
रंग रंगीली होली आई
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
हाँ, मेरा मकसद कुछ और है
हाँ, मेरा मकसद कुछ और है
gurudeenverma198
#एक_और_बरसी
#एक_और_बरसी
*Author प्रणय प्रभात*
भय के कारण सच बोलने से परहेज न करें,क्योंकि अन्त में जीत सच
भय के कारण सच बोलने से परहेज न करें,क्योंकि अन्त में जीत सच
Babli Jha
महाप्रभु वल्लभाचार्य जयंती
महाप्रभु वल्लभाचार्य जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुस्कुरा ना सका आखिरी लम्हों में
मुस्कुरा ना सका आखिरी लम्हों में
Kunal Prashant
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai
Mohan Pandey
|| तेवरी ||
|| तेवरी ||
कवि रमेशराज
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई
सफ़र आसान हो जाए मिले दोस्त ज़बर कोई
आर.एस. 'प्रीतम'
23/220. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/220. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिक्र क्या जुबा पर नाम नही
जिक्र क्या जुबा पर नाम नही
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सजल...छंद शैलजा
सजल...छंद शैलजा
डॉ.सीमा अग्रवाल
*जनसेवा अब शब्दकोश में फरमाती आराम है (गीतिका)*
*जनसेवा अब शब्दकोश में फरमाती आराम है (गीतिका)*
Ravi Prakash
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"तेरी खामोशियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
के श्रेष्ठ छथि ,के समतुल्य छथि आ के आहाँ सँ कनिष्ठ छथि अनुमा
के श्रेष्ठ छथि ,के समतुल्य छथि आ के आहाँ सँ कनिष्ठ छथि अनुमा
DrLakshman Jha Parimal
नए वर्ष की इस पावन बेला में
नए वर्ष की इस पावन बेला में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
Monika Verma
ज़रूरत के तकाज़ो
ज़रूरत के तकाज़ो
Dr fauzia Naseem shad
हाथ की उंगली😭
हाथ की उंगली😭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
🍁मंच🍁
🍁मंच🍁
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
Loading...