Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2017 · 1 min read

** मेरी बेटी **

मिश्री की डली है मेरी बेटी ,
नाजों से पली है मेरी बेटी ।
हर गम से दूर है मेरी बेटी ,
पापा की परी है मेरी बेटी ।।

महकती खुशबू सी मेरी बेटी ,
चहकती चिड़ियाँ सी मेरी बेटी ।
मेरे घर की शान है मेरी बेटी ,
है सबकी लाड़ली मेरी बेटी ।।

गंगा सी पावन है मेरी बेटी ,
बहती सरिता सी है मेरी बेटी ।
चँदा सी शीतल है मेरी बेटी ,
मेरी जिंदगानी है मेरी बेटी ।।

परियों सी हूर है मेरी बेटी ,
कीमती कोहिनूर है मेरी बेटी ।
हर जद से दूर है मेरी बेटी ,
मेरा गुरुर है मेरी बेटी ।।

कोमल है कमजोर नहीं बेटी ,
मेरी मुस्कान है मेरी बेटी ।
बेटे से कम नहीं मेरी बेटी ,
मेरी जान है मेरी बेटी ।।

मेरी बेटी, हाँ मेरी बेटी !

Language: Hindi
5 Likes · 4 Comments · 1409 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मत बुझा मुहब्बत के दिए जलने दे
मत बुझा मुहब्बत के दिए जलने दे
shabina. Naaz
अटल सत्य मौत ही है (सत्य की खोज)
अटल सत्य मौत ही है (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
*नज़्म*
*नज़्म*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"जिसे जो आएगा, वो ही करेगा।
*Author प्रणय प्रभात*
अद्य हिन्दी को भला एक याम का ही मानकर क्यों?
अद्य हिन्दी को भला एक याम का ही मानकर क्यों?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
कविता क़िरदार है
कविता क़िरदार है
Satish Srijan
रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की
रफ्ता रफ्ता हमने जीने की तलब हासिल की
कवि दीपक बवेजा
*कहाँ वह बात दुनिया में, जो अपने रामपुर में है【 मुक्तक 】*
*कहाँ वह बात दुनिया में, जो अपने रामपुर में है【 मुक्तक 】*
Ravi Prakash
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लिखा नहीं था नसीब में, अपना मिलन
लिखा नहीं था नसीब में, अपना मिलन
gurudeenverma198
मैंने जला डाली आज वह सारी किताबें गुस्से में,
मैंने जला डाली आज वह सारी किताबें गुस्से में,
Vishal babu (vishu)
10-भुलाकर जात-मज़हब आओ हम इंसान बन जाएँ
10-भुलाकर जात-मज़हब आओ हम इंसान बन जाएँ
Ajay Kumar Vimal
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
छोड़ऽ बिहार में शिक्षक बने के सपना।
छोड़ऽ बिहार में शिक्षक बने के सपना।
जय लगन कुमार हैप्पी
मन को मना लेना ही सही है
मन को मना लेना ही सही है
शेखर सिंह
मुस्कुराना चाहता हूं।
मुस्कुराना चाहता हूं।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
सबका भला कहां करती हैं ये बारिशें
सबका भला कहां करती हैं ये बारिशें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
जीवन और मृत्यु के मध्य, क्या उच्च ये सम्बन्ध है।
जीवन और मृत्यु के मध्य, क्या उच्च ये सम्बन्ध है।
Manisha Manjari
सुख भी बाँटा है
सुख भी बाँटा है
Shweta Soni
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
Neelam Sharma
* निशाने आपके *
* निशाने आपके *
surenderpal vaidya
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि के साहित्य से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकें।
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि के साहित्य से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकें।
Dr. Narendra Valmiki
एक ही धरोहर के रूप - संविधान
एक ही धरोहर के रूप - संविधान
Desert fellow Rakesh
2932.*पूर्णिका*
2932.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल ।
मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल ।
Arvind trivedi
"एकान्त"
Dr. Kishan tandon kranti
धुवाँ (SMOKE)
धुवाँ (SMOKE)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...