Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2021 · 1 min read

मेरी बहना

तेरे प्रेम और स्नेह ने मुझे
जीवन नया दिया है
अस्तित्व मेरा बहना
शेष ही कहाँ था ।

नतमस्तक हूं सेवा जो
मिली है मुझको तुझसे
वरना बस में मेरी बहना
कुछ भी तो नही था।

गुजारिश है भगवन
सबको मिले ऐसी बहना
वजूद भाई का वरना
कुछ भी नही है रहना।

इस प्यार का कोई भी
क्या मोल कभी कर पाएगा
है बेशकीमती ये बंधन
जीवन सफल हो जाएगा।

जीवन खुशियों से हरदम
भरा रहे मेरी बहना
परछाइयाँ ग़मों की
कभी छू ना पाए तुझको।

कभी छू न पाए तुझको।

संजय श्रीवास्तव
बालाघाट (मध्य प्रदेश)
२१.०४.२०२१

Language: Hindi
228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Er. Sanjay Shrivastava
View all
You may also like:
दिखती है हर दिशा में वो छवि तुम्हारी है
दिखती है हर दिशा में वो छवि तुम्हारी है
Er. Sanjay Shrivastava
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही ?
Shyam Sundar Subramanian
विचार, संस्कार और रस [ एक ]
विचार, संस्कार और रस [ एक ]
कवि रमेशराज
3073.*पूर्णिका*
3073.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अंतिम समय बीते कहाँ, जाने कहाँ क्या ठौर हो 【मुक्तक】*
*अंतिम समय बीते कहाँ, जाने कहाँ क्या ठौर हो 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
नववर्ष 2024 की अशेष हार्दिक शुभकामनाएँ(Happy New year 2024)
नववर्ष 2024 की अशेष हार्दिक शुभकामनाएँ(Happy New year 2024)
आर.एस. 'प्रीतम'
हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका)
हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका)
Subhash Singhai
माँ
माँ
श्याम सिंह बिष्ट
मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है…
मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है…
Anand Kumar
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
यारा ग़म नहीं
यारा ग़म नहीं
Surinder blackpen
हिन्दी दोहा- मीन-मेख
हिन्दी दोहा- मीन-मेख
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
abhishek rajak
खो गए हैं ये धूप के साये
खो गए हैं ये धूप के साये
Shweta Soni
जलियांवाला बाग,
जलियांवाला बाग,
अनूप अम्बर
हर एक सब का हिसाब कोंन रक्खे...
हर एक सब का हिसाब कोंन रक्खे...
कवि दीपक बवेजा
मैं पलट कर नही देखती अगर ऐसा कहूँगी तो झूठ कहूँगी
मैं पलट कर नही देखती अगर ऐसा कहूँगी तो झूठ कहूँगी
ruby kumari
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
बधाई हो बधाई, नये साल की बधाई
बधाई हो बधाई, नये साल की बधाई
gurudeenverma198
"अन्तरात्मा की पथिक "मैं"
शोभा कुमारी
वक्त बनाये, वक्त ही,  फोड़े है,  तकदीर
वक्त बनाये, वक्त ही, फोड़े है, तकदीर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
धरती पर स्वर्ग
धरती पर स्वर्ग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सुकर्म से ...
सुकर्म से ...
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
विश्व रंगमंच दिवस पर....
विश्व रंगमंच दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
नारदीं भी हैं
नारदीं भी हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अपनाना है तो इन्हे अपना
अपनाना है तो इन्हे अपना
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
पूर्वार्थ
पर्यावरण
पर्यावरण
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मेरी हसरत जवान रहने दे ।
मेरी हसरत जवान रहने दे ।
Neelam Sharma
Loading...