“मेरी प्यारी राधे मैं तेरा श्याम”
“मेरी प्यारी राधे मैं तेरा श्याम”
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यादों के आइने में निहारा करता हूँ।
मैं तुझको प्यार से पुकारा करता हूँ।।
सपनों की मल्लिका प्रिया तुम ही तो हो।
तुम ही मंज़िल लगी प्रिया तुम ही तो हो।
तेरे ही नाम रुह सँवारा करता हूँ।
मैं तुझको प्यार से पुकारा करता हूँ।।
फूलोंं का रंग है कपोलों की माया।
सारा नभ रूप की तेरी ही है छाया।
मैं दिल से हर अदा निहारा करता हूँ।
मैं तुझको प्यार से पुकारा करता हूँ।।
आशा की है बहार की गुलशन दिल ने।
देखें हैं ख़्वाब नूर के आँखों के मन ने।
तेरी ही हर ज़ुबां इशारा करता हूँ।
मैं तुझको प्यार से पुकारा करता हूँ।।
यादों के आइने में निहारा करता हूँ।
मैं तुझको प्यार से पुकारा करता हूँ।।
गीतकार:राधेयश्याम बंगालिया “प्रीतम”
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मीटर-222-212-122-222