मेरी किताब
आज मेरी किताब तुम्हे कुछ कहना चाहती हैं।
तुम सबको कुछ समझाना चाहती हैं।।
इतिहास में अंकित चरित्रों की याद दिलाना चाहती हैं
इतिहास में हुई दर्ज नारी शक्ति दिखाना चाहती है।
शिक्षा दे सको अपने युवा शक्ति को
आज तुमको उनसे मिलाना चाहती हैं।।
आज मेरी किताब तुम्हे कुछ कहना चाहती हैं।
तुम सबको कुछ समझाना चाहती हैं।।
व्याप्त सभी नारी शक्ति को जगाना चाहती हैं
खड़े होना, संगठित होना,अपनी आवाज उठाना।
सभी में शक्ति,संगठन जगाना चाहती हैं
किताब में चिन्हित चरित्रों का साथ चाहती हैं।।
आज मेरी किताब तुम्हे कुछ कहना चाहती हैं।
तुम सबको कुछ समझाना चाहती हैं।।
तुमसे मिलना चाहती हैं,तुमको समझाना चाहती हैं
तुम्हें जगाना चाहती हैं,युवा में शक्ति भरना चाहती हैं।
आज अपनी संस्कृति को बचाना चाहती हैं
अपनी सभ्यता,संस्कृति के साथ जीना सीखाना चाहती हैं
आज मेरी किताब तुम्हे कुछ कहना चाहती हैं।
तुम सबको कुछ समझाना चाहती हैं।।